असम में बाढ़ से हालत खराब: 19 लाख लोग बाढ़ की चपेट में, प्रधानमंत्री ने दिया सीएम हिमंत को मदद का आश्वासन
Assam Flood: सीएम हेमंत विश्व शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आज सुबह 6 बजे के करीब पीएम नरेंद्र मोदी से मेरी बातचीत हुई। असम में बाढ़ की स्थिति को लेकर उन्होंने मुझे से जानकारी मांगी। प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को हो रही कठिनाइयों पर उन्होंने चिंता व्यक्त की है और माननीय प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार से मदद करने का आश्वासन भी दिया है।
असम में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। बाढ़ से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बातचीत की है और मदद करने का आश्वासन दिया है।
ट्वीट कर दी जानकारी
सीएम हेमंत विश्व शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आज सुबह 6 बजे के करीब पीएम नरेंद्र मोदी से मेरी बातचीत हुई। असम में बाढ़ की स्थिति को लेकर उन्होंने मुझे से जानकारी मांगी। प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को हो रही कठिनाइयों पर उन्होंने चिंता व्यक्त की है और माननीय प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार से मदद करने का आश्वासन भी दिया है। उनके विनम्र आश्वासन से अभिभूत हूँ।‘
बाढ़ ने जीना हुआ दुभर
असम में बाढ़ से हालत बेहद खराब हैं। असम के 35 जिलों में से 28 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इन 28 जिलों में 2930 गांव हैं जिनके 19 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
वहीं शुक्रवार को एक और खबर आई है कि भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में दो बच्चों और नौ लोगों की जान चली गई है। साथ ही जलस्तर बढ़ने से गांव में घर पानी में डूब रहे हैं तथा सड़कें टूट गयी हैं। बता दें कि एन एच 15 भी पूरी तरह से पानी में डूबा हुआ है और दारांग जिले से एक पुल टूटने की भी खबर आई है।
खेती को हुआ भारी नुकसान
बाढ़ की वजह से खेती भी बहुत प्रभावित हो रही है। प्रभावित जिलों के 43338.39 हेक्टेयर की फसल भूमि पानी में डूब गयी है। जिला प्रशासन ने 337 राहत शिविर स्थापित किए है जिनमें 1,08,104 लोग रह रहे हैं।
बड़े स्तर पर चल रहा है राहत और बचाव कार्य
असम के बक्सा, नलबाड़ी, बजली, दरांग, तामुलपुर, होजई और कामरूप जिलों में राहत और बचाव कार्य सेना की नौ संयुक्त टीमें कर रही हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और असम पुलिस की अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं भी बड़े स्तर पर राहत अभियान चला रहे हैं।