Atal Bihari Vajpayee: राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भारत रत्न वाजपेयी को पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
वाजपेयी को 1992 में पद्म विभूषण 1993 में कानपुर विश्वविद्यालय से डी लिट की उपाधि मिली थी। 1994 में वाजपेयी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार और 1994 में श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार भारत रत्न पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अटल बिहारी वाजपेयी जिन्हे भारत रत्न से नवाजा गया था आज उनकी पुण्यतिथि है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। बता दें कि वाजपेयी जी की पुण्य तिथि पर बीजेपी ने ट्वीट किया और लिखा भाजपा के पिता पुरुष, प्रेरणा श्रोत और करोड़ों कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न सम्मानित वाजपेयी की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पिकार ओम बिड़ला, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था वाजपेयी का जन्म
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25. दिसंबर. 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। बीजेपी के जाने माने नेता प्रधानमंत्री के अलावा हिंदी कवि, लेखक, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे। वाजपेयी ऐसे नेता थे जिन्हे हर राजनैतिक पार्टी स्वीकार करती थी।
वाजपेयी 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे
भारत रत्न वाजपेयी ने 1996 में 1998 और 1999 के बीच अल्प समय के लिए और फिर 1999 और 2004 के बीच पूर्ण कार्यकाल के लिए भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया था।
वाजपेयी को मिले थे कई सम्मान
वाजपेयी को 1992 में पद्म विभूषण 1993 में कानपुर विश्वविद्यालय से डी लिट की उपाधि मिली थी। 1994 में वाजपेयी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार और 1994 में श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार भारत रत्न पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2015 में मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय जिया लाल बैरवा से डी लिट की उपाधि मिली। उन्हें बांग्लादेश सरकार की तरफ से ‘फ्रेंड्स ऑफ बांग्लादेश लिबरेशन वॉर अवॉर्ड’ से भी नवाजा गया। वहीं भारत सरकार की ओर से देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारतरत्न से उन्हे सम्मानित किया गया था।