Single Use Plastic Ban:सिंगल यूज प्लास्टिक पर आज से लगा प्रतिबंध, कागज फैक्ट्री को होगा फायदा

Ban on single use plastic: केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने 12 अगस्त, 2021 को पर्यावरण संरक्षण (ईपी) अधिनियम के तहत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (संशोधन) नियम, 2021 को अधिसूचित किया था। पर्यावरण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव नरेश पाल गंगवार ने कहा कि इन वस्तुओं के भंडारण, वितरण, बिक्री, निर्माण और उपयोग के लिए अधिसूचना के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

July 1, 2022 - 12:10
July 3, 2022 - 20:40
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Single Use Plastic Ban:सिंगल यूज प्लास्टिक पर आज से लगा प्रतिबंध, कागज फैक्ट्री को होगा फायदा
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Single Use Plastic Ban: रैपिंग या पैकेजिंग फिल्म, प्लास्टिक कटलरी, स्ट्रॉ और गुब्बारों और ईयरबड्स के लिए प्लास्टिक स्टिक सहित सिंगल-यूज प्लास्टिक(एसयूपी) वस्तुओं पर प्रतिबंध शुक्रवार यानी 1 जुलाई से लागू हो गया है, हालांकि निर्माता संघों ने कहा है कि विकल्पों के अभाव के कारण वे इसे तुरंत लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं।

निर्माता संघों के इस बयान पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को ही कहा था कि प्रतिबंध की अधिसूचना पिछले साल अगस्त में जारी की गई थी और निर्माताओं को तैयारी के लिए एक साल का समय दिया गया था। यादव ने कहा कि जिन वस्तुओं की उपयोगिता कम है, कूड़े की अधिक संभावना है और जिनके विकल्प उपलब्ध हैं, उन्हें अभी चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है। उन्होंने साफ कहा कि उद्योग और आम जनता को एसयूपी वस्तुओं पर प्रतिबंध की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया गया, और 1 जुलाई से इसे लागू करने में सभी के सहयोग की उम्मीद है।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने 12 अगस्त, 2021 को पर्यावरण संरक्षण (ईपी) अधिनियम के तहत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (संशोधन) नियम, 2021 को अधिसूचित किया था। पर्यावरण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव नरेश पाल गंगवार ने कहा कि इन वस्तुओं के भंडारण, वितरण, बिक्री, निर्माण और उपयोग के लिए अधिसूचना के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। गंगवार ने कहा कि सभी निर्माताओं और स्टॉकिस्टों को 30 जून तक शून्य इन्वेंट्री रखने का निर्देश दिया गया है।

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, और प्रतिबंधित एसयूपी वस्तुओं के अवैध निर्माण, आयात, स्टॉकिंग, वितरण, बिक्री और उपयोग की जांच के लिए विशेष प्रवर्तन दल भी गठित किए गए हैं।

हालांकि प्लास्टिक कंपनियों के लिए यह बुरी खबर है, लेकिन यह कागज कंपनियों के लिए एक वरदान है, क्योंकि आने वाले समय में वो एक विकल्प बन कर उभरेंगे।