KK's Birthday: एक सेल्समैन की नौकरी से सिंगर बनने तक का सफर, जिसकी आवाज से धड़कती थी लाखों दिलों की धड़कन
के.के का सिंगर बनने का सफर उनकी मां के मलयालम गीतों के सुनने के साथ शुरू हुआ, बॉलीवुड के महान गायकों में से एक के.के ने कभी किसी संस्थान से औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया था. अपने स्कूल के दिनों मे वह अपनी पसंद के गाने सुनते थे और उसे गुनगुनाते थें.
के.के जिनका नाम भारत के महान पार्श्व गायकों में शामिल था. रोमांटिक गाने से लेकर जोशीले गाने तक के.के ने यह सब पूरी लगन के साथ किया था. उन्होंने अपनी मधुर आवाज से अपने हर एक गाने को पहचान दी और कई संगीत प्रेमियों के दिलों मे अपना स्थान बनाया हैं. के.के का हर एक गाना चार्टबस्टर था. के.के बॉलीवुड के बहुमुखी गायकों में से भी एक हैं उन्होंने हिंदी, तेलगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, बंगाली, ओडिशा, मराठी, गुजराती और असमिया में गाने को रिकॉर्ड किया है. हालांकि वह इस दुनिया में नहीं हैं परंतु उनका नाम और उनके गानें हमेशा हम सभी के बीच रहेगें.
जीवन परिचय
के.के का पूरा नाम कृष्णकुमार कुनाथ हैं. उनका जन्म 23 अगस्त 1968 को दिल्ली में रहने वाले मलयालम परिवार में हुआ था. के.के दिल्ली मे ही पले बढे थे. उन्होंने बॉलीवुड में आने से पहले 3,500 जिंगल गाए थे. के.के ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा माउंट सेंट मैरी स्कूल और उच्च शिक्षा किरोड़ी मल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से की थी. के.के ने 1991 में शादी की थी। उनकी पत्नी का नाम ज्योति है जिनसे उनको एक बेटा और एक बेटी हैं.
सेल्समैन से सिंगर बनने तक का सफर
के.के का सिंगर बनने का सफर उनकी मां के मलयालम गीतों के सुनने के साथ शुरू हुआ, बॉलीवुड के महान गायकों में से एक के.के ने कभी किसी संस्थान से औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया था. अपने स्कूल के दिनों मे वह अपनी पसंद के गाने सुनते थे और उसे गुनगुनाते थें. अपनी स्कूल में एक मंच पर प्रदर्शन करने के बाद जब वह कक्षा दो में थे तब उन्होंने संगीत को गंभीरता से लेना शुरू किया 1973 में उन्होंने फिल्म राजा रानी से ‘जब अंधेरा होता है’ गाया और भीड़ ने तालियों के साथ छोटे के.के का स्वागत किया. के.के इस पल को उनके जीवन को बदलने वाला पल बताते थे. वह कहते थे इससे उन्हें वह बनने मे सहायता मिली जो वह आज हैं. के.के लगभग 24 वर्षों से अपने बचपन की प्रेमिका ज्योति कृष्णा से शादी रचाई. के.के ने आय श्रोत के लिए एक नौकरी ढूंढी और उन्होंने एक सेल्समैन की नौकरी ली. के.के छ: महीने की नौकरी के बाद निराश हो गए थे इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया और साहस करके अपने सपने की ओर कदम बढ़ाया जो सिर्फ संगीत था.
उन्होंने खुद एक कीबोर्ड खरीदा और अपने दोस्तों के साथ जिंगल बनाना शुरू किया. तीनों ने कुछ पैसे भी कमाए परंतु के.के इससे प्रसन्न नहीं थे और जिस चीज की उन्हें चाह थी वह उन्हें मुंबई जाकर मिली. बॉलीवुड संगीत के अलावा के.के ने तकरीबन 3,500 जिंगल गाए थे. जिंगल से ही उनके करियर की शुरुआत हुई थी. उनका पहला जिंगल लॉय मेंडोंसा के साथ आया था. टेलीविजन पर अपनी आवाज सुनकर के.के बहुत खुश हुए थे. जब के.के की तनख्वाह के लिए संगीत निर्देशक ने के.के से पूछा तो के.के m समझ नहीं पाए वह पूरी तरह अंजान थे, फिर निर्देशक ने उन्हें पांच उंगलियां दिखाई जिससे के.के को लगा उन्हें उनके काम के लिए 500 रुपए दिये जायेंगे, हालांकि जब उन्हें चेक मिला वह यह देख कर चौक गए थे कि उन्हें 5000 रुपए का भुगतान किया गया है.
फिल्म हम दिल दे चुके सनम के ‘तड़प तड़प’ के रूप में के.के का बड़ा बॉलीवुड ब्रेक था. उनका बॉलीवुड में पहला गाना ‘छोड़ आये हम' था जिसमें उन्हें दो पंक्तियां गाने को मिली थी. केके ने शेखर कपूर की तारा रम पम और विशाल भारद्वाज की हम पंछी है डाल के लिए भी गाने रिकॉर्ड किए थे. के.के के ‘तड़प- तड़प’ गाने ने उनकी जिंदगी बदल दी फिर के.के नें कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
पुरस्कारों के मामले में नहीं थी अच्छी किस्मत
के.के ने भले ही अपनी सुरीली आवाज में 100 चार्टबस्टर गानें दिये हों, परंतु के.के के लम्बे करियर में केवल एक ही पुरस्कार 2008 में बचना ए हसीनों से ‘खुदा जाने’ के लिए उन्हें एक स्क्रीन अवार्ड मिला था. उन्होंने कहा था एक गायक के रूप में उन्हें अवार्ड न मिलने की कोई निराशा नहीं है. मैं बस अपना काम सही तरीके से करना पसंद करता हूं. मै अच्छे गानें पाकर ही बहुत खुश हूं, मुझे अवार्ड न मिलने का कोई गम नहीं है.