कालकाजी मंदिर: नवरात्रों में पहली बार चढ़ेगा पंचमेवे का प्रसाद,सभी तैयारियां पूरी, तीन गेटों से मिलेगी एंट्री
नवरात्रों के दौरान जिस भी गेट से भक्त एंट्री करेंगे वहां से पंचमेवे का प्रसाद खरीद सकेंगे। इसकी कीमत 20 रुपये प्रति पैकेट से शुरू होगी।
कालकाजी: दिल्ली के सिद्धपीठ कालकाजी मंदिर में पहली बार नवरात्रों में पंचमेवे का प्रसाद चढ़ेगा। इसके अलावा किसी भी तरह का प्रसाद भवन में नहीं चढ़ाया जा सकेगा। मंदिर प्रशासक के सचिव राकेश चोपड़ा ने बताया कि माता वैष्णो देवी की तर्ज पर इस बार नवरात्रों में यह व्यवस्था की गई है। प्रसाद की बर्बादी रोकने और भक्तों को क्वॉलिटी वाला प्रसाद मुहैया कराने के मकसद से यह फैसला किया गया है। नवरात्रों के दौरान जिस भी गेट से भक्त एंट्री करेंगे वहां से पंचमेवे का प्रसाद खरीद सकेंगे। इसकी कीमत 20 रुपये प्रति पैकेट से शुरू होगी। इसके अलावा अन्य किसी भी तरह का प्रसाद भवन के भीतर नहीं जाने दिया जाएगा।
चोपड़ा ने बताया कि प्रशासक पूर्व जस्टिस जे. आर. मिढा के निर्देशानुसार कालकाजी मंदिर में नवरात्रों के दौरान भक्तों को सुगम दर्शन कराने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर बार की तरह तीन मुख्य द्वार राम प्याऊ, ओखला (मोदी मिल) और लोटस बनाए गए हैं। यहां से दर्शन के लिए भक्तों को एंट्री मिलेगी। वहीं, एक्जिट के लिए दो गेट महंत परिसर और मोदी मिल से व्यवस्था की गई है। मंदिर की व्यवस्था में पैरामिलिट्री, दिल्ली पुलिस, होम गार्ड, सिविल डिफेंस के करीब 1000 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा के लिहाज से 200 से ज्यादा CCTV कैमरों से मंदिर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। किसी अनहोनी से निपटने के लिए 24 घंटे डॉक्टरों की टीम, दो एंबुलेंस और फायर सर्विस मंदिर में मौजूद रहेंगी।
दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए धर्मशाला में व्यवस्था
मंदिर के मुख्य पुजारी और बारीदार दीपक भारद्वाज, प्रवीण आर सौरभ भारद्वाज ने बताया कि नवरात्रों को लेकर मंदिर को मेले की तरह सजाया गया है। अलग-अलग तरह के फूलों और लाइटों से भवन को सजाया गया है। नौ दिन मां कालका के नौ अलग-अलग श्रृंगार किए जाएंगे। आरती और भोग के समय को छोड़कर मंदिर पूरे समय खुला रहेगा। दूसरे राज्यों से आने वालों भक्तों के लिए धर्मशाला में ठहरने की व्यवस्था की गई है।