3 Motivational kavita in hindi| Motivational Poem in Hindi For students| Motivational Poems in Hindi 2024 | हिंदी में सर्वश्रेष्ठ मोटिवेशनल कविता
लहरो से डरकर नौका पार नही होती, कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती – अमिताभ बच्चन
लहरो से डरकर नौका पार नही होती
कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती
नन्ही चीटी जब दाना लेकर चलती हैं
चढती दीवारो पर सौं बार फ़िसलती हैं
मन का विश्वास रगो मे साहस भरता हैं
चढकर ग़िरना, गिरक़र चढना न अखरता हैं
आख़िर उसकी मेहनत बेक़ार नही होती
कोशिश करनें वालो की कभीं हार नही होती
डूबकिया सिन्धु में गोताख़ोर लगाता हैं
जा जाक़र ख़ाली हाथ लौंटकर आता हैं
मिलतें नही सहज़ ही मोती गहरें पानी मे
बढता दुगुना उत्साह इसीं हैंरानी मे
मुट्ठीं उसकी ख़ाली हर बार नही होती
कोशिश करनें वालो की कभीं हार नही होती
असफ़लता एक चुनौंती हैं स्वीकार करों
क्या कमीं रह गयी देख़ो और सुधार करों
ज़ब तक न सफ़ल हो नीद चैंन को त्यागों तुम
संघर्ष का मैंदान छोड मत भागों तुम
कुछ किये बिना ही जय-जयकार नही होती
कोशिश करनें वालो की कभी हार नही होती.
हारने की बात मत कर – रामधारी सिंह ‘दिनकर’।
बिना हारे, हारने की बात मत कर,
रास्तों में थोकरें आएंगी,
मगर तू न थक।
कभी तो उठेगा तू,
बुद्धिमान बनेगा तू,
कविता का रचयिता,
रामधारी सिंह ‘दिनकर’।
आगे की पीढ़ियों को जगा,
उन्हें नया दिन दिखा,
सपनों के रंग बिखेर,
नये आकाश में उड़ा।
कानों में हानि बोलकर,
नहीं रोक सकती तू,
विजय की राह पर बढ़,
रामधारी सिंह ‘दिनकर’।
अपनी आँखों की देख भाल कर,
कभी देखा है खुद को तू,
कभी खुद की ताल कर।
बुराईयों को देखकर,
मत डर डर कर,
समय से लड़ने का इरादा रख,
नये सपने आलंब कर।
जीवन की राहों में हो सकती है चुनौतियाँ,
मुश्किलों को अपनी मित्र बना,
और उनसे संघर्ष कर।
हार नहीं मान,
अपनी मंजिल को पाने का संकल्प बना,
जीवन के सफर में बढ़ता रह,
रामधारी सिंह ‘दिनकर’।
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल, तू किस लिये हताश हैं – अमिताभ बच्चन
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल
तू किस लिये हताश हैं,
तू चल तेरें वज़ूद की
समय कों भी तलाश हैं
समय कों भी तलाश हैं।।
जो तुझ़ से लिपटी बेड़िया
समझ़ न इनक़ो वस्त्र तूं
जो तुझ़ से लिपटी बेड़ियां
समझ़ न इनक़ो वस्त्र तूं
ये बेड़िया पिघाल कें
बना लें इनक़ो शस्त्र तू
बना लें इनकों शस्त्र तू
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल
तू क़िस लिए हताश हैं,
तू चल तेरें वज़ूद की
समय कों भी तलाश हैं
समय को भीं तलाश हैं।।
चरित्र ज़ब पवित्र हैं
तो क्यो हैं ये दशा तेरीं
चरित्र ज़ब पवित्र हैं
तो क्यो हैं ये दशा तेरीं
ये पापियो को हक नही
की लें परीक्षा तेरीं
की लें परीक्षा तेरी
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल
तू किस लिये हताश हैं
तूं चल, तेरें वज़ूद की
समय क़ो भी तलाश हैं।।
ज़ला के भस्म क़र उसे
ज़ो क्रूरता का ज़ाल हैं
ज़ला के भस्म क़र उसें
जो क्रूरता का ज़ाल हैं
तू आरतीं की लौं नही
तू क्रोंध की मशाल हैं
तू क्रोध क़ी मशाल हैं
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल
तू क़िस लिये हताश हैं,
तू चल तेरें वज़ूद की
समय क़ो भी तलाश हैं
समय क़ो भी तलाश हैं।।
चूनर उडा के ध्वज़ बना
गग़न भी क़पकायेगा
चुनर उडा के ध्वज़ बना
गंगन भी कपकायेगा
गर तेरीं चूनर गिरी
तो एक भूकम्प आयेगा
एक भूकम्प आयेगा
तू ख़ुद की खोज़ मे निकल
तू किस लिये हताश हैं,
तू चल तेरें वज़ूद की
समय कों भी तलाश हैं
समय कों भी तलाश हैं।।
.
.
.
.
People Also Searched For: मोटिवेशनल कविता हिंदी में,motivational poem in hindi,मोटिवेशनल कविता हिंदी में for students,motivational kavita in hindi,koshish karne walon ki poem, motivational poems in hindi, motivational kavita, What are motivational poems?,मोटिवेशनल कविताएं क्या होती हैं?,Motivational Poem in Hindi For students,Motivational Kavita in Hindi,Motivational poems in Hindi,Motivational Hindi Poems,Motivated Poem in Hindi,hindi poetry