Ashok Gahlot: अशोक गहलोत के भाई के घर पर सीबीआई का छापा: सीएम ने कहा मेरे भाई का क्या कसूर?
Rajasthan:सीबीआई की अग्रसेन गहलोत पर कार्रवाई के सिआसी मायने भी निकाले जा रहे हैं। कार्रवाई को राहुल गांधी के लिए दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन में अशोक गहलोत की सक्रियता से जोड़ा जा रहा है।
सीबीआई ने आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर पर छापा मारा है। इससे पहले ईडी ने फर्टिलाइजर घोटाले के मामले में अग्रसेन गहलोत के घर छापा मारा था और पूछ्ताछ भी की थी।सीबीआई ने अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस और दूसरे ठिकानों पर छापेमारी की है। इस कार्रवाई पर सीएम अशोक गहलोत ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, परिवार के लोगों का का क्या कसूर है? मेरे परिवार और मेरे भाई का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। पिछले 40-45 सालों से मेरा भाई अपना खुद का व्यवसाय कर रहा है। किसी भी तरह से वह राजनीति में शामिल नहीं है।
छापेमारी के बाद सियासत हुई तेज
सीबीआई की अग्रसेन गहलोत पर कार्रवाई के सिआसी मायने भी निकाले जा रहे हैं। कार्रवाई को राहुल गांधी के लिए दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन में अशोक गहलोत की सक्रियता से जोड़ा जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार की राजनीति पर भी निशाना साधा है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा है कि यह पूरी तरह से प्रतिशोध की राजनीति है। अशोक गहलोत दिल्ली में तीन दिनों तक हुए विरोध प्रदर्शन के अग्रिम पंक्ति में थे और इसी को लेकर मोदी सरकार ने यह प्रतिक्रिया दी है।
आज सुबह अग्रसेन गहलोत के घर पहुंची सीबीआई
एनआईए की रिपोर्ट है कि शुक्रवार सुबह सीबीआई की टीम जयपुर स्थित अग्रसेन गहलोत के घर पहुंची थी। टीम में पांच अधिकारी दिल्ली से और पांच अधिकारी जोधपुर से थे। सीबीआई पावटा स्थित अग्रसेन गहलोत की दुकान पर भी गयी थी। खबर है कि छापेमारी के दौरान अग्रसेन गहलोत घर पर ही थे। कुछ दिन पहले सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी और आज इस संबंध में टीम आज जांच करने पहुँची थी।
पुलिस ने क्या कहा
पुलिस का कहना है कि हम यहां पर पता करने आए थे कि यहां पर क्या कुछ चल रहा है। पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट के एसीपी राजेंद्र दिवाकर टीम के साथ अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस पर पहुंचे थे जहां सीबीआई ने पूछताछ की है। ED के अफसरों के अनुसार अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि, म्यूरेट आफ पोटाश फर्टिलाइजर के निर्यात पर बैन होने के बावजूद निर्यात में शामिल थी।
फर्टिलाइजर घोटाले का खुलासा
एबीपी लाइव की एक रिपोर्ट के अनुसार, फर्टिलाइज़र घोटाले का खुलासा डायरेक्ट्रोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 2012-13 में किया था। अग्रसेन की कंपनी ने 2007 से 2009 के बीच सब्सिडाइज्ड रेट पर एमपीओ खरीदा था लेकिन उसे किसानों को बेचने की बजाय दूसरी कंपनियों को बेच डाला था। इसी मामले में कस्टम विभाग ने अग्रसेन गहलोत की कंपनी पर 5.46 करोड़ रुपये की पेनल्टी भी लगाई थी। बता दें कि बीजेपी ने 2017 में इसे मुद्दा भी बनाया था।