पिछले 8 साल में सिर्फ 7.22 लाख नौकरियाँ ही दे पाई केंद्र सरकार, नौकरी के लिए इस दौरान 22 करोड़ आए थे आवेदन
सरकार द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार 2014 से सरकारी नौकरी के लिए चुने गए लोगों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।
पिछले 8 सालों में यानी साल 2014 से 2022 तक अलग अलग विभागों में केंद्र सरकार ने लगभग 7 लाख लोगों को नौकरी दी है। 27 जुलाई को लोकसभा में भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने एक आंकड़ा पेश किया जिसमें यह बताया गया है कि पिछले आठ वर्षों में 7.22 लाख से अधिक लोगों को स्थाई केंद्र सरकार की नौकरी मिली है। इन सभी नौकरी के लिए लगभग 22.05 करोड़ लोगों ने आवेदन किया। इन आकड़ों की माने तो बीते 8 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में लोगों को प्रतिवर्ष 1 लाख से भी कम नौकरियाँ मिलीं। साल 2014 से लेकर 2022 तक कुल 0.33 फीसदी लोगों को ही केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी मिल पाई बाकी सिर्फ आकड़ों में रह गए।
सरकार द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार 2014 से सरकारी नौकरी के लिए चुने गए लोगों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।
सरकार द्वारा जारी इन आंकड़ों को देखा जाए तो 2014-15 में 1.30 लाख, 2015-16 में 1.11 लाख, 2016-17 में 1.1 लाख, 2017-18 में 76,147, 2018-19 में 38,100, 2020-21 में 78,555 और 2021-22 में कुल 38,850 लोगों को ही नौकरी मिल पाई
पिछले कई सालों से हम रिपोर्ट में यह देखते आ रहें है कि देश मे बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है वहीं नौकरियाँ कम होती जा रही हैं। हाल ही में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानी सीएमआईई के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बेरोजगारी दर 7.83% बताया गई जो कि मार्च महीने में 7.60 प्रतिशत थी।
बढ़ती बेरोजगारी पर सरकार का क्या है फैंसला
हाल ही में केंद्र सरकार ने इस वर्ष 10 लाख लोगों को नौकरी देने का फैसला किया है केंद्र सरकार ने इन भर्तियों को मिशन मोड पर करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि केंद्र सरकार ने रोजगार को बढावा देने के लिए मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटी मिशन, अटल मिशन, पीएमईजीपी, मनरेगा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और दीन दयाल अंत्योदय जैसी योजनाओं की शुरुआत की है।