Ukrain: युक्रेन से भारतीयों की जल्द निकासी के लिए भारतीय वायु सेना का C-17s विमान भागीदारी देने को तैयार
IAF C-17 विमान 336 यात्रियों को ले जा सकता है और इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान में निकासी में भी किया गया था। सरकार ने हजारों भारतीयों के यूक्रेन से निकासी को तेज कर दिया है। आइए जानतें हैं क्या है, ऑपरेशन गंगा
पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय वायु सेना को निकासी प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया है। IAF की क्षमताओं को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि कम से कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सकेगा। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि हमारी वायु सेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय वायुसेना की भागीदारी मानवीय सहायता को कुशलतापूर्वक वितरित करने में मदद ककरेगी भारतीय वायु सेना आज से ऑपरेशन गंगा के हिस्से के रूप में कई सी -17 विमानों को तैनात करने की संभावना है।
क्या है ऑपरेशन गंगा?
यह वर्तमान में यूक्रेन में फंसे हुए सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिये एक निकासी मिशन है। यूक्रेन में छात्रों समेत करीब 20,000 भारतीय फँसे थे। अब तक एयर इंडिया की तीन उड़ानों द्वारा यूक्रेन से 900 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित भारत वापस लाया जा चुका है। भारतीय निकासी उड़ानें रोमानिया और हंगरी जैसे पड़ोसी देशों से संचालित हो रही हैं। भारत सरकार द्वारा रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया की सीमाओं में फँसे भारतीयों को निकालने की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में चल रहा ऑपरेशन गंगा
पीएम मोदी ने सोमवार को यूक्रेन मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय चर्चा की अध्यक्षता की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के अनुसार, बैठक की अध्यक्षता करने वाले प्रधान मंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि भारत सरकार ने संघर्षग्रस्त यूक्रेन से फंसे छात्रों और नागरिकों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया। ऑपरेशन के हिस्से के रूप में एयर इंडिया विशेष उड़ानें संचालित कर रही है।
बता दें कि कल शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया। बैठक के दौरान पीएम ने कहा कि यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार चौबीसों घंटे काम कर रही है। इस बीच, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को एक नई सलाह जारी की है, जिसमें उन्हें तत्काल कीव छोड़ने के लिए कहा गया है, अधिमानतः उपलब्ध ट्रेनों या किसी अन्य माध्यम से।
Advisory to Indians in Kyiv
All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available. — India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022
विदेश मंत्री, डॉ एस जयशंकर ने किया ट्वीट
केंद्रीय विदेश मंत्री, डॉ एस जयशंकर ने ट्वीट किया, “हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हमारे साथी भारतीय सुरक्षित नहीं हैं,” मंगलवार सुबह नौवीं निकासी उड़ान भारत वापस आ गया है। मंत्री बार-बार “ऑपरेशन गंगा” नामक निकासी मिशन के बारे में बताते रहे हैं।
हमारे साथी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक प्रयास अविराम जारी रहेंगे ।
नौवीं #ऑपरेशनगंगा उड़ान 218 भारतीय नागरिकों के साथ बुखारेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना। pic.twitter.com/FrHc4j1TZD — Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 28, 2022
विदेश मंत्रालय के अनुसार, देश की शुरुआती सिफारिशें जारी होने के बाद से भारत ने लगभग अब तक 9,000 नागरिकों को निकाला है।