पेबैक इंडिया ने लॉन्च किया अपने मोबाइल एप पर पे फीचर, जानें क्या है खासियत
एक ही एप से मिलेगी क्यूआर-आधारित यूपीआई पेमेंट और लॉयल्टी पाने की अनुमति, पेबैक इंडिया ने आज लॉन्च किया अपने मोबाइल एप पर पे फीचर
देश के सबसे बड़े मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम ‘पेबैक इंडिया’ जिसने आज अपने मोबाइल एप 'भारतपे' पर पे सुविधा को लॉन्च करने की घोषणा की है। यह पहला मौका होगा जब एक ही एप पर क्यूआर यूपीआई पेमेंट और लॉयल्टी को एक साथ जोड़ा गया है। इस तरह पेबैक पूरे भारत में अपने 100 मिलियन से ज्यादा लोगों को पेमेंट करने में मदद करेगा, और वह लोग पेबैक ऐप का इस्तेमाल करके किसी भी किराना दूकान या मॉल से यूपीआई क्यूआर को स्कैन करके पेमेंट कर सकते हैं और हर एक पेमेंट पर लॉयल्टी पॉइंट भी पा सकते हैं। पेबैक इंडिया के मेंबर को पेबैक पे के जरिये पहला यूपीआई पेमेंट करने पर 50 बोनस अंक मिलेगा और उसके बाद हर एक पेमेंट पर 5 पेबैक अंक मिलेगा। इसके अलावा ग्राहक को भारत पे क्यूआर कोड से किए गए पेमेंट पर 2 गुना अंक मिलेगा जो निश्चित समय पर ग्राहक के खाते में जमा हो जाएगा। पेबैक इंडिया भारत में 75 लाख से ज्यादा मॉल और दूकानों पर भारत पे के क्यूआर कोड पर पॉइंट्स के रिडेम्पशन की सुविधा को भी जोड़ने की तैयारी कर रहा है और जल्द ही इस ऐप के फीचर को आईओएस पर लॉन्च किया जाएगा।
भारतपे के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) अशनीर ग्रोवर ने कहा कि पेबैक एक बेहतरीन लॉयल्टी ऑफर है, जिसमें लोगों को कई मर्चेट आउटलेट्स पर लॉयल्टी पॉइंट जमा करने और उसे रिडीम करने का मौका मिलता है। बीते साल पेबैक ने पार्टनर मर्चेट के लिए 8 बिलियन डॉलर का Gross merchandise value(GMV) निकाला था। अशनीर ग्रोवर ने कहा कि अब मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि यह ऑफर भारत में किसी भी लॉयल्टी प्रोग्राम से बेहतर है चाहे बात 'क्रेड' की हो या फिर 'मेजिकपिन' और 'फेव' जैसी अन्य लॉयल्टी प्रोग्राम की, पेबैक एक बेहतरीन लॉयल्टी ऑफर है। पेबैक पे लोगों को यूपीआई क्यूआर पर स्कैन करने और पेमेंट करने का एक अलग अनुभव मिलेगा जिससे लोगों को इसकी आदत लग जाएगी। पेबैक पॉइंट एक करेंसी की तरह काम करेगी जिसे पूरे देश में मान्यता मिलेगी, जिसे लोग कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पेबैक इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिजिश राघवन ने कहा कि पेबैक में हम अपने ग्राहकों को हमेशा लॉयल्टी के रुप में कुछ ना कुछ देते रहते हैं। पेबैक पे की शुरूवात भी इसी लॉयल्टी पर आधारित है और हमें पूरी उम्मीद है कि पेबैक पे की शुरूवात एक बार फिर से लोगों को लायल्टी का अच्छा अनुभव देगा। हम यह चाहते हैं कि हमारे ग्राहक ज्यादा से ज्यादा लॉयल्टी अंक प्राप्त कर सकें चाहे वह किसी बड़े मॉल से समान खरीद रहे हो या फिर अपने आस-पास की छोटी दुकानों से सामान खरीदते हों। हमारा उद्देश्य है कि हम आस-पड़ोस की दुकानों के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सके।
पेबैक कार्यक्रम क्या है?
पेबैक एक अलग तरह का लॉयल्टी कार्यक्रम है, जिसमें ग्राहकों को खरीददारी करने के बाद लॉयल्टी पॉइंट्स मिलते हैं जिसे बाद में किसी भी स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग में कैशबैक की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। पेबैक के 100 से ज्यादा बिजनेस पार्टनर है जिसमें खुदरा, ईंधन, बैंकिंग, भुगतान, मनोरंजन जगत के बिजनेस पॉट्नर शामिल हैं। कुछ महत्वपूर्ण पार्टनरस में आईसीआईसीआई बैंक, बुकमाईशो, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसी कंपनियां शामिल हैं।
भारतपे का इतिहास क्या है?
भारतपे की शुरुआत 2018 में अश्नीर ग्रोवर और शाश्वती ने की थी। भारतपे देश की पहली यूपीआई इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड सेवा देने वाली पहली कंपनी है। 2020 में कोरोना काल में भारतपे ने देश का इकलौता शून्य एमडीआर कार्ड स्वीकृति टर्मिनल-भारत स्वाइप लॉन्च किया था। फिलहाल भारतपे देश के 140 से ज्यादा शहरों में करीब 70 लाख बिजनेसमैन को अपनी सेवा दे रहा है। भारतपे ऑफलाइन लेन-देन में भी सबसे आगे है लगभग 11 करोड़ से ज्यादा यूपीआई लेनदेन हर महीने भारतपे से किए जाते हैं। कंपनी के प्रमुख निवेशकों की लिस्ट में टाइगर ग्लोबल, स्टीडफास्ट कैपिटल, रिबिट कैपिटल, ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, इनसाइट पार्टनर्स, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सिकोइया कैपिटल जैसी कंपनियां शामिल हैं। साल 2021 के जून महीने में कंपनी ने पेबैक इंडिया के अधिग्रहण का ऐलान किया था। पेबैक कंपनी 100 मिलियन से ज्यादा सदस्य वाली देश की सबसे बड़ी मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम कंपनी है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2021 के मध्य में सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ मिलकर इसे एक लघु वित्त बैंक बनाने की भी अनुमति मिल चुकी है।