यौन शोषण के आरोप में प्रोफेसर धनीराम ने डीन पद से दिया इस्तीफा, अभाविप के 6 घंटे लंबे धरने का असर
अभाविप ने प्रशासन पर धनीराम को बचाने का आरोप लगाया वहीं प्राध्यापक देवराज मुखर्जी पर आंदोलन रोकने की कोशिश का आरोप भी लगाया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय, 08 जनवरी 2025
दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर धनीराम ने नाबालिग छात्रा से यौन शोषण के आरोपों के बाद आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा उस वक्त आया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) और अभाविप-नीत दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) के कार्यकर्ताओं ने डीन कार्यालय पर ताला जड़ते हुए छह घंटे तक धरना दिया।
यह घटनाक्रम उस समय सामने आया जब एक महीने पहले रामजस कॉलेज की एक नाबालिग छात्रा ने धनीराम के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की थी। छात्रा की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी, जिससे नाराज होकर अभाविप और डूसू के कार्यकर्ताओं ने धरने की योजना बनाई।
धरने के दौरान, जब अभाविप कार्यकर्ता रामजस कॉलेज से दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, तो प्रोफेसर धनीराम और उनके सहयोगी रामजस कॉलेज के प्राध्यापक प्रो. देवराज मुखर्जी ने आंदोलनकारियों को रोकने की कोशिश की। मुखर्जी पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों से संघर्ष करते हुए एक छात्र को थप्पड़ मारा और उनके खिलाफ हिंसा की योजना बनाई।
अभाविप के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने इस मुद्दे पर कहा, "हमने पिछले एक महीने में कई बार प्रशासन से मांग की थी कि धनीराम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन वह अपना रसूख दिखाकर मामले को दबाने की कोशिश कर रहा था। आज के धरने के बाद ही उसे इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक दोषी के खिलाफ पूरी तरह से कार्रवाई नहीं होती।"
इस घटना ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति छात्र संगठनों के असंतोष को और बढ़ा दिया है। अभाविप ने अब पुलिस जांच की मांग करते हुए इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की है।