Delhi University: आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में इतिहास विभाग द्वारा किया गया वार्षिकोत्सव का रंगारंग आयोजन

ARSD कॉलेज के इतिहास विभाग दास्तान द्वारा दस एवं 11 मार्च को वार्षिक इतिहास उत्सव 'Clio calling' का रंगारंग आयोजन किया गया। इतिहास से उभरती स्वर्णिम किरणों को वर्तमान एवं भविष्य के परिदृश्य से उत्साहपूर्वक जोड़ने में 'Clio calling' ने नवनीत का कार्य किया।

March 22, 2022 - 20:03
March 22, 2022 - 20:38
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Delhi University: आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में इतिहास विभाग द्वारा किया गया वार्षिकोत्सव का रंगारंग आयोजन
आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज का इतिहास विभाग -फोटो

राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा ग्रेड ए से अलंकृत आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज के प्रख्यात इतिहास विभाग दास्तान द्वारा दस एवं 11 मार्च को वार्षिक इतिहास उत्सव 'Clio calling' का रंगारंग आयोजन किया गया। इतिहास से उभरती स्वर्णिम किरणों को वर्तमान एवं भविष्य के परिदृश्य से उत्साहपूर्वक जोड़ने में 'Clio calling' ने नवनीत का कार्य किया। इस कार्यक्रम के दौरान अनेक प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया, जिसमें इतिहासकारों से वार्तालाप, मुजाकरा:द्विभाषीय वाद-विवाद प्रतियोगिता ,मुसाबिका :क्विज प्रतियोगिता एवं तस्वीर मेनिया:पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, इस उत्सव के हाइलाइट रहे।

इतिहासकारों से हुई खास वार्ता

'Clio calling' का आरंभ इतिहास विभाग के संयोजक प्रोफ़ेसर विश्वमोहन झा के स्वागत भाषण से हुआ। ऐतिहासिक वार्तालाप का शुभारंभ प्राफेसर  कुमकुम राय -पूर्व प्राफेसर, जवाहरलाल नहरू विश्विद्यालय , डाॅ. रूचिका शर्मा- असिस्टेंट प्राफेसर, गार्गी काॅलेज एवं प्राफेसर चारू गुप्ता-प्राफेसर, इतिहास विभाग, फैकल्टीआफ सोशल साइंसेज, के द्वारा वार्ता के विषय ' रिफ्लेक्शन ऑन इंडियन हिस्टोरियोग्राफी ऑफ जेंडर' पर विचार व्यक्तीकरण से हुआ । तीनों वक्ताओं ने प्राचीन, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास कालों में जेंडर के इर्द-गिर्द घूम इतिहास पर प्रकाश डालते हुए क्रमशः अपने विचार व्यक्त किए। वार्तालाप के दौरान विद्यार्थियों को इतिहास से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर निष्पक्ष मत प्राप्त हुए एवं ज्ञान को प्राप्त करने का एक नया माध्यम मिला। प्रोफेसरों ने विभिन्न माध्यमों के प्रयोग से जैसे कि पावरप्वाइंट द्वारा अपने ज्ञान को और भी सहज तरीके से व्यक्त किया एवं विद्यार्थियों के मानस पटल पर इतिहास के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने के एक नये नजरिये को उकेरा।

मु़ज़ाकरा: द्विभाषीय पारंपारिक वाद-विवाद प्रतियोगिता

वार्ता के पश्चात ऑनलाइन वाद-विवाद प्रतियोगिता मुज़ाकरा का आयोजन किया गया जिसमें विभाग को 50 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए जिनमें से 14 दलों को प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ। वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय "अंग्रेजी हुकूमत तमाम प्रगति एवं सभ्यतामूलक शक्तियों का प्रदर्शन करती थी"रहा जिसके अंतर्गत ब्रिटिश काल के दौरान अपनाई गई नीतियों के आर्थिक व सामाजिक पहलुओं पर चर्चा कर इस बात पर विमर्श किया गया कि वह नीतियां भारतीयों के लिए किस हद तक लाभकारी रहीं। इस प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में से शगुन कृष्ण गुप्ता एवं आनंद मिश्र सुशोभित रहे। वहीं इस प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ दल का दर्जा लेडी श्रीराम कॉलेज से अंकिता सिन्हा एवं तनु नागर को प्राप्त हुआ जबकि द्वितीय स्थान पर स्वयं आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज के दल को प्राप्त हुआ जिसके सदस्य निशांत शर्मा एवं यशिका यादव थे। वहीं तृतीय स्थान श्री औरबिंदो कॉलेज के अनन्या बनर्जी एवं आद्रिका सिंह को प्राप्त हुआ। ऑनलाइन आयोजन  सफल एवं ग्लिचमुक्त रहा। प्रतियोगिता के पश्चात विभाग के उपाध्यक्ष अभिषेक कुमार गुप्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत कर समारोह का समापन किया।

मुसाबिका: प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता 

पहले दिन की शाम विभाग द्वारा 'मुसाबिका : प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता' के पहले चरण का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन गूगल फॉर्म्स के द्वारा किया गया जिसमें प्रतिभागियों को 20 सवालों के उत्तर दी हुई समय सीमा के अंतर्गत देना था। इसके पश्चात 11 मार्च को प्रतियोगिता के दूसरे चरण का आयोजन किया गया जिसमें प्राचीन, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास के तीन प्रश्न रखे गये। प्रतियोगिता के अंत में सर्वाधिक सवालों का सही जवाब देने वाले दल को विजेता घोषित किया गया। द्वितीय स्थान के लिए प्रतिभागियों को नाकों चने चबाने पड़े एवं 5  प्रतिभागियों के बीच ड्रा हो गया जिसके बाद दो टाईब्रेकर सवाल पूछे गए एवं द्वितीय विजेता का निर्धारण हुआ। हिमांगशु दास प्रथम विजेता रहे जबकि सत्यव्रत बिश्नोई एवं इंदुजा इंद्राणी सिंह ने द्वितीय व तृतीय स्थान क्रमशः प्राप्त किए। प्रतियोगिता में श्री करण कौशल खरे ने क्विज मास्टर का किरदार अदा किया।

तस्वीर मनिया : पोस्टर प्रतियोगिता

तस्वीर मेनिया प्रतियोगिता के लिए विभिन्न प्रविष्टियां प्राप्त हुईंप्रतियोगिता में प्रोफेसरों ने निर्णायकों की अहम भूमिका अदा करते हुए प्रतियोगिता के विजेता एवं उपविजेता का चुनाव किया। प्रतियोगिता में प्रीति कक्कड़ ने प्रथम, निकिता पठानिया ने द्वितीय एवं तमन्ना जिंदल ने तृतीय स्थान प्राप्त किए। साथ ही सागर ठकराल, जैस्मिन सभरवाल एवं पायल के. को स्पेशल मेंशन की उपाधि प्राप्त हुयीप्रतियोगिता में प्राप्त प्रविष्टियॉं विद्यार्थियों के करों मे समाहित अद्भुत कलात्मकता को प्रतिबिंबित कर रहीं थी।