राहुल कस्वां ने कहा 'बीजेपी के '400 पार के नारे' से लोगों में ये चुनाव आखिरी होने का डर', जानिए कौन हैं कांग्रेस के चूरू से प्रत्याशी राहुल कस्वां ?
Churu Loksabha Election 2024: Congress Candidate Rahul Kaswan: राहुल कस्वां ने साल 2014 और 2019 में लगातार दो बार बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता है। जहां साल 2014 में वह सबसे कम उम्र के सांसद बने थे।
Rahul Kaswan Churu: राजस्थान में कल यानी 19 अप्रैल को होने वाले 25 सीटों पर चुनाव से पहले चुरू की सीट पर बीजेपी से पूर्व एमपी और वर्तमान में काँग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां ने बया बयान दे दिया है। कस्वां का यह बयान भारतीय जनता पार्टी के चुनावी नारे - "अब की बार, 400 पार" से जुड़ा हुआ है। बता दें कि यह बयान द प्रिन्ट से हुई बातचीत में राहुल कस्वां ने दिया है।
कस्वां ने कहा कि इस आम चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी का नारा - "अब की बार, 400 पार" उन लोगों को डरा रहा है जो मानते हैं कि इस तरह के बहुमत के बाद देश में चुनाव नहीं होंगे। भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए राहुल कस्वां ने कहा कि कुछ भाजपा सांसदों के बयानों ने लोगों का 'डर' बढ़ा दिया है, जिन्होंने भारी बहुमत मिलने पर संविधान बदलने की बात की है।
वहीं कस्वां ने कहा “अगर भाजपा की सच में ऐसी मंशा भी है तो क्या बदलाव करेंगे इसका भाजपा को अपने घोषणापत्र में विवरण देना चाहिए था। ” बता दें कि राहुल कस्वां भाजपा के पैरा-ओलंपियन उम्मीदवार देवेंद्र झाझड़िया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। कस्वां ने 2014 और 2019 में भाजपा की टिकट पर इस निर्वाचन क्षेत्र में जीत दर्ज की है और इससे पहले, यह सीट 1999 से 2009 तक उनके पिता राम सिंह कस्वां के पास थी, जो भाजपा से ही संबंध रखते थे।
कौन हैं राहुल कस्वां?
एक आग्रह, एक निवेदन, एक अपील- लोकसभा परिवार के नाम!
बैलेट नम्बर-3, हाथ का निशान,
जीतेगा का जन-जन का स्वाभिमान!#MeraChuruLoksabhaParivar pic.twitter.com/iMUWn4O4b1 — Rahul Kaswan (@RahulKaswanMP) April 17, 2024
राहुल कस्वां ने साल 2014 और 2019 में लगातार दो बार बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता है। जहां साल 2014 में वह सबसे कम उम्र के सांसद बने थे। वहीं राहुल कस्वा के पिता रामसिंह कस्वां भी चार बार सांसद तथा एक बार विधायक रह चुके हैं। यही नहीं, उनके दादा दीपचंद कस्वां भी लोकसभा सांसद रह चुके हैं जबकि राहुल कस्वां की मां कमला कस्वां सादुलपुर से विधायक रह चुकी हैं। बता दें कि राहुल कस्वां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के दामाद भी हैं।
क्यों कट गया टिकट ?
बता दें कि बीजेपी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ चूरू की तारानगर सीट पर कॉंग्रेस के नरेंद्र बुड़ानिया से इस बार विधानसभा का चुनाव हार गए थे और विधायक नहीं बन पाए थे। जिसके बाद जयचंद बताते हुए उस हार के पीछे राहुल कस्वां को जिम्मेदार बताया जा रहा था। ऐसे में सोशल मीडिया पर चर्चाएं है कि राजेंद्र राठौड़ की वजह से राहुल कस्वां का टिकट कटा है।