Rajasthan Diwas 2022: आज राजस्थान मना रहा है 73वां स्थापना दिवस, जानिए राजस्थान दिवस का इतिहास
राजस्थान दिवस 2022: राजस्थान पर राजाओं के शासन के समय बड़े स्तर पर राजपूत वंश का शासन था और उससे पहले, यह मौर्य साम्राज्य का एक हिस्सा था।
राजस्थान शब्द का शाब्दिक अर्थ राजाओं के स्थान से होता है यानि राजाओं की भूमि। भारत देश के आजाद होने से पहले राजस्थान पर अनेक महान राजा-महाराजाओं ने राज किया था। जिसके चलते राजस्थान से पहले राजस्थान को राजपूताना नाम से जाना जाता था।
राजस्थान दिवस (Rajasthan Diwas) का इतिहास
- 19 छोटी-छोटी देशी रियासतों को मिलाकर राजस्थान राज्य बनाया गया।
- 30 मार्च, 1949 को जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर और जयपुर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना। तथा इसमें सबसे मुख्य भूमिका सरदार वल्लभ भाई पटेल की थी।
- इसलिए इस दिन को राजस्थान दिवस के रूप में मनाकर, राजस्थान के लोगों की दृढ़ इच्छाशक्ति, वीरता और बलिदान को नमन किया जाता है।
- राजस्थान दिवस को राजस्थान स्थापना दिवस भी कहते हैं।
- इस बार राजस्थान अपना 73वां स्थापना दिवस मना रहा है।
जब आमेर होती थी राजस्थान की राजधानी
बढ़ती जनसंख्या, पानी तथा अन्य संसाधनों में कमी के कारण आमेर के राजा जयसिंह द्वितीय ने 1727 में जयपुर राज्य का निर्माण करवाया तथा अपनी राजधानी आमेर से जयपुर में स्थानांतरित की। बता दें कि प्रसिद्ध वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य के द्वारा जयपुर की बसावट तथा वास्तु आदि को स्थापित किया गया था।
जयपुर को कहा जाता है गुलाबी नगरी
सन् 1876 में जब प्रिंस ऑफ वेल्स भारत दौरे पर आए थे, तब उनके स्वागत के लिए तत्कालीन महाराजा रामसिंह ने पूरे जयपुर शहर को गुलाबी रंग से पुतवाया था। जयपुर के साथ-साथ आमेर तथा नाहरगढ़ के किले को भी गुलाबी रंग में रंगवाया था। तब से जयपुर गुलाबी शहर के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
यूपीएससी का आधा पाठ्यक्रम राजस्थान में
प्राचीन भारत से आधुनिक भारत तक, राष्ट्रीय पार्क से धरोहर स्थल तक, संपन्न वास्तुकला से धनी संस्कृति तक, पर्वत श्रेणियों से रेगिस्तान और नदियों तक। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि देश की सबसे कठीन परीक्षा माने जाने वाली यूपीएससी का आधा पाठ्यक्रम राजस्थान में है।
राजस्थान दिवस के अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
राजस्थान दिवस के अवसर पर अल्बर्ट हॉल में 550 कलाकारों समेत बाॅलीवुड सिंगर रूप कुमार राठौड़, सोनाली राठौड़ भी लाइव कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं आज राजस्थान दिवस के अवसर पर राजस्थान के सभी संग्रहालयों, ऐतिहासिक जगहों तथा राजकीय स्मारकों में विद्यार्थियों को बिना टिकट के प्रवेश मिलेगा।