फिल्म सनक में दिखी सनक की कमी, जानें क्या है कहानी, कौन-कौन हैं किरदार
15 अक्टूबर को रिलीज फिल्म सनक फिल्म कनिष्क शर्मा द्वारा निर्देशित तथा जी स्टूडियो और सनशाइन पिक्चर्स द्वारा निर्मित है। इस फिल्म में विद्युत जामवाल के इतर रूक्मिणी मैत्रा, नेहा धूपिया और चंदन रॉय सान्याल मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म डिजनीप्लस और हॉटस्टार पर आने वाली है।
15 अक्टूबर को बॉलीवुड एक्टर विद्युत जामवाल की नई फिल्म सनक डिजनी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म का निर्देशन कनिष्क शर्मा द्वारा हुआ है और इसकी निर्मिति जी स्टूडियो और सनशाइन पिक्चर्स के अंतर्गत हुई है। विद्युत जामवाल के इतर अन्य मुख्य भूमिका में एक्ट्रेस रुक्मिणी मैत्रा, नेहा धूपिया और चंदन रॉय सान्याल हैं।
फिल्म की कहानी है कुछ इस प्रकार:
फिल्म में विद्युत जामवाल विवान अहूजा के किरदार में हैं जो एक मिक्स मार्शल आर्ट्स ट्रेनर है जिसने हाल ही में अपनी पत्नी अंशिका (रुक्मिणी मैत्रा) के साथ अपनी शादी की तीसरी सालगिरह मनाई है। पत्नी की सर्जरी के लिए विवान उसे अस्पताल में एडमिट करवाता है और सर्जरी के सफल होने के बाद उसे लेने अस्पताल आ रहा होता है, उसी बीच हॉस्पिटल में आंतकी घुस जाते हैं और अस्पताल में मौजूद सभी लोगों को बंधक बना लेते हैं। यहाँ से अपनी पत्नी को बचाने के लिए विवान के संघर्ष का आगाज होता है।
कहानी में है ढीलापन:
यह फिल्म एक एक्शन, ड्रामा और थ्रील से भरपूर फिल्म है, जिसमें एक पति द्वारा अपनी पत्नी को बचाने का संघर्ष है किंतु फिल्म एक्शन, ड्रामा और थ्रील की कैटेगिरी की होते हुए भी केवल एक्शन तक ही सीमित नजर आती है। फिल्म में नायक जिस नायिका को बचाने के प्रयास में एक बंधक बने अस्पताल में घुसता है उसी नायिका को फिल्म में ज्यादा स्क्रीन नहीं मिली है। अन्य मुख्य भूमिका में इंस्पेक्टर जयति भार्गव और खलनायक का भी यही हाल है। फिल्म को देखते हुए ऐसा मालूम पड़ता है कि फिल्म में केवल विद्युत और उनके एक्शन हैं। इसके अलावा अन्य किरदारों को उतनी तवज्जो नहीं दी गई है। कहानी का अंत भी कुछ निराशा जनक है।
वहीं यदि स्टार कास्ट की एक्टिंग की बात करें तो उनमें उतना दम-खम नजर नहीं आता है। हालांकि खलनायक साजू ( चंदन रॉय सान्याल ) अपने किरदार और संवाद से दर्शको पर प्रभाव छोड़ने में सफल रहे हैं। नेहा धूपिया एक पुलिसकर्मी की भूमिका अदा करती हुई नजर आती हैं जो केवल स्थिति को समझने और उसे सामान्य करने के लिए संघर्ष कर रही है। नायिका को अपने किरदार से प्रभाव छोड़ने का मौका ही नहीं मिलता है।
एक्शन, संगीत और फिल्म:
विद्युत जामवाल ने अब तक जितनी भी फिल्में की है सभी एक्शन से भरपूर रही हैं। उनका एक्शन देखने लायक होता है। वह अपने एक्शन सीन के लिए बॉडी डबल का उपयोग करने की बजाय एक्शन को स्वयं करते हैं। इसमें भी उनका एक्शन देखने लायक है, जिसका क्रेडिट एंडी लॉन्ग नगुयेन को जाता है। उन्होंने एक्शन में नए दांव-पेंच का इस्तेमाल किया है जो देखने में अच्छे लगते हैं। यदि निर्देशन की दृष्टि से इस फिल्म को देखें तो भी फिल्म ढीली नजर आती है। वहीं संगीत की बात की जाए तो संगीत में भी दर्शकों की जुबान पर बने रहने की क्षमता इस फिल्म के संगीत में नहीं दिखाई देती कि दर्शक उन्हें गुनगुनाए।
वहीं फिल्म में जहाँ एक ओर फिल्म के नायक का एक्शन देखने लायक है वहीं दूसरी ओर खलनायक की निर्दयता, संवेदनहीनता, और भयावह किरदार आपको प्रभावित करने में सक्षम है।
यदि फिल्म के टाइटल की बात करें तो मुख्य नायक का एक्शन जबरदस्त है तो उनके एक्शन के नीचे उनकी सनक कहीं खो जाती है। यह बात आश्चर्यचकित करने वाली है कि फिल्म में मुख्य नायक से ज्यादा खलनायक में ज्यादा सनक दिखाई पड़ती है। यह फिल्म कुल 117 मिनट की है किंतु यदि यह कुछ और कम समय की होती तो शायद ज्यादा प्रभावशाली होती।
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