Rajasthan:नितिन गडकरी ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बेटे को दी खास सलाह – नेता मत बनना
Rajasthan News: राजस्थान के नागौर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मजाकिया लहजे में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बेटे को राजनीति में न आने की सलाह दी, जिससे राजनीतिक चर्चा तेज हो गई।

नागौर, राजस्थान: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बेटे आशुतोष बेनीवाल को राजनीति से दूर रहने की सलाह दी। राजस्थान के नागौर में आयोजित जन्मदिन समारोह में उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा – "बेटा, कुछ भी बनना, लेकिन नेता मत बनना।"
गडकरी का यह बयान अब राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। इसे राजनीति में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, चुनौतियों और दबाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
गडकरी का बयान – क्या यह राजनीति की हकीकत बयां करता है?
नितिन गडकरी अपनी स्पष्टवादिता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पहले भी कहा है कि "राजनीति अब सेवा का माध्यम नहीं, बल्कि सत्ता प्राप्ति का जरिया बन गई है।" उनकी इस टिप्पणी को राजनीति में बढ़ते वंशवाद, अस्थिरता और भ्रष्टाचार से भी जोड़ा जा रहा है। वर्तमान समय में राजनीति में आना न केवल कठिन है, बल्कि इसमें कई व्यक्तिगत और सामाजिक बलिदान देने पड़ते हैं।
हनुमान बेनीवाल और उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि
हनुमान बेनीवाल राजस्थान की राजनीति में एक मजबूत किसान नेता के रूप में जाने जाते हैं। वे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हैं और 2019 में नागौर से सांसद बने थे।
बेनीवाल ने किसानों के मुद्दों को लेकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था और कई मौकों पर केंद्र सरकार की आलोचना भी की थी। ऐसे में गडकरी का यह बयान उनकी राजनीतिक विरासत पर भी सवाल उठाने वाला माना जा सकता है।