महाराष्ट्र में स्कूलों के लिए लिया गया बड़ा फैसला,सरकार करेगी 200 करोड़ रूपये ख़र्च
महाराष्ट्र में स्कूलों के सुधार के लिए राज्य सरकार ने दिए 200 करोड़ रुपए, मराठवाड़ा के स्कूलों से की जाएगी शुरुवात,वर्षा गायकवाड़ ने ट्वीटर पर दी जानकारी।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्यों के स्कूलों के सुधार के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। राजमाता जिजाऊ शैक्षणिक गुणवत्ता विकास अभियान के तहत महाराष्ट्र के स्कूलों की मरम्मत का काम किया जायेगा। महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने इस योजना की जानकारी दी। 200 करोड़ की इस परियोजना में औरंगाबाद ज़िले के मराठवाड़ा में स्कूलों की मरम्मत पर राज्य सरकार ज्यादा काम करेगी।
ट्वीटर के माध्यम से स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने बताया कि महाराष्ट्र के स्कूल की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है। गायकवाड़ ने कहा, स्कूलों में बुनियादी ज़रुरत की हर चीज़ मुहैया कराना और बच्चों को अच्छी शिक्षा देना राज्य सरकार का कर्तव्य है।
आपको बता दें कि राजमाता जिजाऊ शैक्षणिक गुणवत्ता विकास अभियान की शुरुआत राज्य विकास के जनक मनसाहेब जिजाऊ के विचारों को ध्यान में रख कर किया जा रहा है।
औरंगाबाद जिले के मराठवाड़ा के स्कूलों से होगीं शुरुवात:
मराठवाड़ा के सभी पुराने स्कूलों की मरम्मत का काम पहले किया जायेगा। पहले चरण में 718 स्कूलों की कक्षाओं को नए तरीके से बनाया जायेगा, वहीँ 1050 स्कूलों को पूरी तरह से ठीक किया जायेगा। इन सब कामों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 200 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया हैं। मराठवाड़ा के स्कूलों में पहले चरण का काम पूरा होने के बाद अगले चरण में बाकि ज़िलों के स्कूलों की मरम्मत का काम किया जायेगा।
महाराष्ट्र सरकार उठाएगी स्कूलों की मरम्मत का 80 फ़ीसद खर्च:
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि वो महाराष्ट्र के स्कूलों की मरम्मत का 80 फ़ीसद खर्च उठाएगी, वही 10 फ़ीसद ज़िला परिषद और 10 फ़ीसद स्कूल प्रबंधन महारष्ट्र के लोगों से लेगी। सरकार का मानना हैं कि महाराष्ट्र की जनता इस पहल को पॉजिटिव रिएक्शन देगी।