दुनिया के 75 देशों को अपने उत्पाद निर्यात करेगा बिहार
बिहार दे रहा है राज्य में निर्यात को बढ़ावा, लोगों को हो सकता है लाखों का फायदा।
बिहार सरकार राज्य में निर्यात को पटरी पर लाने के लिए खूब ज़ोर लगा रही है। 74वे स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में मनाए गए आज़ादी के अमृत महोत्सव में बिहार के उत्पादित पदार्थों को 75 देशों में निर्यात करने की तैयारियां की गई। निर्यात किए जाने वाले सामानों की सूची में खादी वस्त्र, चावल, मखाने, भागलपुरी सिल्क, सब्जियां आदि शामिल हैं। मंगलवार को अधिवेशन भवन में वाणिज्य उत्सव का उद्घाटन करते हुए उद्योग मंत्री शाहवान हुसैन ने कहा कि " पिछले 6 महीने में 35 हज़ार करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्ताव आया है। इसमें से 897 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति भी मिल चुकी है"। उन्होंने आगे बताते हुए कहा, एथेनॉल के क्षेत्र में भी बिहार काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी के साथ गन्ना विभाग से मिली 2900 एकड़ जमीन को विकसित करने के लिए भी विचार विमर्श किया जा रहा है।
आईएसईपीसी के क्षेत्रीय कार्यालय का होगा गठन:
अपने वक्तव्य में उद्योग मंत्री ने अहम घोषणा करते हुए कहा कि राज्य में सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इंडियन सिल्क एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर में खोला जाएगा, जिसके लिए वहां भवन भी तैयार कर लिया गया है। भवन में अगले 2-3 माह के भीतर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। बता दें कि, इससे बिहार के सिल्क उद्योग को काफी मुनाफा हो सकता है।
बिहार में आगे बढ़ने की असीम संभावनाएं:
कार्यक्रम में मौजूद वाणिज्य मंत्रालय के अपर सचिव ने बताया कि निर्यात के क्षेत्र में बिहार काफी तेजी से आगे बढ रहा है। पिछले वर्ष राज्य से लगभग 1200 करोड़ का निर्यात किया गया। पेट्रोलियम पदार्थ, वस्त्र, कपड़ा, फल, सब्जी आदि जैसे अनेक सामानों को दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजा गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इससे राज्य में रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होगी साथ ही बिहार भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा अर्जित कर पाएगा।
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