चीन का रक्षा बजट पहली बार 209 अरब डॉलर, भारत से तीन गुना ज्यादा रक्षा बजट किया जारी
चीन के वित्त मंत्रालय ने शनिवार को अपना रक्षा बजट पेश किया है, जिसमें बताया गया है कि इस साल रक्षा खर्च 7.1% बढ़कर 1.45 ट्रिलियन युआन यानि 209 अरब डॉलर हो जाएगा। जो साल 2021 में 6.8% की वृद्धि और 2020 में 6.6% की वृद्धि से तेज है। बता दें कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष का रक्षा बजट 21 अरब डॉलर अधिक है।
चीन के वित्त मंत्रालय ने शनिवार को अपना रक्षा बजट पेश किया है, जिसमें बताया गया है कि इस साल रक्षा खर्च 7.1% बढ़कर 1.45 ट्रिलियन युआन यानि 209 अरब डॉलर हो जाएगा। जो साल 2021 में 6.8% की वृद्धि और 2020 में 6.6% की वृद्धि से तेज है। बता दें कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष का रक्षा बजट 21 अरब डॉलर अधिक है।
प्रधानमंत्री ली केकियांग ने बताया चीन का रक्षा बजट
प्रधानमंत्री ली केकियांग ने पेश मसौदा बजट में बताया कि “हम सेना के रसद और संपत्ति प्रबंधन प्रणालियों के आधुनिकीकरण के लिए तेजी से आगे बढ़ेंगे, और एक आधुनिक हथियार और उपकरण प्रबंधन प्रणाली का निर्माण करेंगे और इसी के साथ चीन शांति की एक स्वतंत्र विदेश नीति को आगे बढ़ाना सदैव जारी रखेगा।” उन्होंने आगे बताया कि चीन की सरकार ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 1.45 खरब युआन के रक्षा बजट का प्रस्ताव किया है जो पिछले साल के मुकाबले 7.1 प्रतिशत अधिक है। ली केकियांग ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लिए सैन्य प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी बढ़ाने का वादा किया, जो स्टील्थ फाइटर्स से लेकर एयरक्राफ्ट कैरियर तक हथियारों की एक श्रृंखला विकसित कर रही है।
चीन का रक्षा बजट भारत के मुकाबले तीन गुना बढ़ा
चीन ने वित्त वर्ष 2021 में अपने रक्षा बजट में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि की थी जिससे उसका कुल रक्षा बजट 209 अरब डॉलर हो गया था। इस वृद्धि के साथ चीन का रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट के मुकाबले तीन गुना हो गया है। चीन द्वारा रक्षा बजट में वृद्धि का प्रस्ताव भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में गतिरोध और अमेरिका के साथ बढ़ते राजनीतिक और सैन्य तनाव के बीच आया है।
हथियारों की दौड़ में चीन और अमेरिका के बीच जंग
जापान के ताकुशोकू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ताकाशी कावाकामी ने कहा कि “खर्च में वृद्धि महत्वपूर्ण थी। यह देखना अहम होगा कि रक्षा बजट में वृद्धि के लिए अमेरिका कैसे प्रतिक्रिया देता है, और चीन अगले साल अपने रक्षा बजट में कितना वृद्धि करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि इसका परिणाम हथियारों की दौड़ में होगा।”
चीन ने हाल के वर्षों में रक्षा आधुनिकीकरण में अरबों डॉलर का निवेश किया है, चीन का उद्देश्य अपनी विशाल सेना को संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी शक्तियों के प्रतिद्वंद्वी के रुप में विश्व स्तरीय बल में बदलना है। बता दें चीन का सैन्य बजट अभी भी अमेरिका की तुलना में बहुत कम है, अमेरिका के साल 2022 के रक्षा खर्च के लिए 700 बिलियन डॉलर से अधिक का प्रावधान है लेकिन कई विदेशी सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि वास्तविक खर्च सार्वजनिक रूप से घोषित बजट से काफी अधिक है। वहीं अमेरिका के बाद चीन रक्षा बजट पर खर्च करने के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
भारत सरकार का 2022-23 का रक्षा बजट
इस साल यानि 2022-23 का कुल रक्षा बजट करीब 5.25 लाख करोड़ है। इस साल के रक्षा बजट का 68 प्रतिशत स्वदेशी हथियारों को लिए आवंटित किया गया है।