ग्रेटर नोएडा के गेस्ट हाउस में तैयार हो रहे थे चाइनीज स्लीपर सेल, पुलिस को मिली 4 लड़कियां, जानिए पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में वीवो फैक्टरी को गेस्ट हाउस बताकर पब चलाया जा रहा था। यही वो पब था जहां चीनी स्लीपर सेल तैयार हो रहे थे। सु ने बताया कि यह पूरी बिल्डिंग वीवो फैक्ट्री के गेस्ट हाउस के नाम पर उसके ही दोस्त रवि कुमार नटवरलाल ने किराए पर ली हुई थी।
नोएडा: भारत नेपाल सीमा पर पकड़े गए दो चीनी नागरिकों को शरण देने वाले चीनी जासूस सूफ फाई से पूछताछ चल रही है। जिसमें कई अहम जानकारीयां सामने आई हैं।
बता दें कि पुलिस ने मंगलवार को जानकारी मिलने के बाद छापेमारी की थी लेकीन पुलिस के पहुंचने से पहले ही 30 से ज्यादा विदेशी युवक-युवतियां फरार हो गए। पुलिस को मौके पर मिली असम और मणिपुर की तीन युवतियों से हुई पूछताछ में सामने आया कि बिल्डिंग में अनैतिक कार्य हो रहा था।
विवो फैक्ट्री के नाम पर चल रहा था पब
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में वीवो फैक्टरी को गेस्ट हाउस बताकर पब चलाया जा रहा था। यही वो पब था जहां चीनी स्लीपर सेल तैयार हो रहे थे। सु ने बताया कि यह पूरी बिल्डिंग वीवो फैक्ट्री के गेस्ट हाउस के नाम पर उसके ही दोस्त रवि कुमार नटवरलाल ने किराए पर ली हुई थी। पता चला है कि बिल्डिंग में विदेशी शराब से लेकर नशीले पदार्थ उपलब्ध रहते थे। बिहार के सीतामढ़ी से नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए दोनों चीनी नागरिक 15 दिनों तक इसी गेस्ट हाउस में रुके थे।
स्लीपर सेल तैयार करने का अड्डा
जासूसी और नेपाल सीमा पर पकड़े गए चीनी नागरिकों को ग्रेटर नोएडा में शरण देने के आरोप में पुलिस ने सु फाई को पकड़ा है। मंगलवार को सु फाई ने पुलिस को चीनी नागरिकों के अड्डे के बारे में जानकारी दी जहां से फर्जी कागजात तैयार करने, वित्तीय जालसाजी करने और स्लीपर सेल को तैयार करने का रैकेट चलाया जा रहा था।
नेपाल, असम और मणिपुर की लड़कियां मिलीं
कोतवाली प्रभारी ने बताया है कि छापेमारी के दौरान दो नेपाल, एक असम और एक मणिपुर की लड़की भी पकड़ी गई है। मणिपुर की लड़की ने पुलिस को बताया है कि उनके कुछ फ्रेंड यहां रुके थे, उनसे वह मिलने आई थी। वहीं नेपाल की लड़कियों ने कहा कि वे खाना बनाने का काम करती हैं।
अंदर से बिल्डिंग का है चाइनीज लुक
कोतवाली प्रभारी ने यह भी बताया कि छापेमारी के दौरान सामने आया कि बिल्डिंग बाहर से बिल्कुल सिंपल थी लेकिन अंदर पूरी बिल्डिंग को चाइनीज लुक दिया हुआ है। ये भी बता दें कि इस बिल्डिंग में स्थानीय लोगों का आना जाना वर्जित था।