दिल्ली–मेरठ रैपिड रेल: देश की पहली हाई स्पीड रेल की शुरुआत, सफ़र होगा आसान
देश की पहली रैपिड रेल का पहला कोच गाजियाबाद पहुंच चुका है। इसकी शुरूआत से यात्रियों को सफर के काफी आसान होने की उम्मीद है।नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NRCTC) इसे बना रहा है।
देश की पहली रीजनल रेल, रैपिड रेल का पहला कोच गाजियाबाद पहुंच चुका है और जल्द ही ट्रेन का परिक्षण भी शुरू हो जायेगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NRCTC) इसे बना रहा है। यह देश का पहला हाई स्पीड रैपिड रेल है।
एनआरसीटीसी के अनुसार इस ट्रेन का पहला परीक्षण साहिबाबाद से दुहाई तक इसी साल मई महीने में शुरू हो जाएगा। जिसके ट्रैक का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
क्या है रैपिड रेल?
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) अर्थात रैपिड रेल एक ऐसी योजना है जिसके अंतर्गत दिल्ली व दिल्ली के सभी पड़ोसी क्षेत्रों को ट्रेन द्वारा जोड़ा जाएगा। इस योजना का उद्देश्य लोगों को कम समय में अधिक से अधिक दूरी तय करने की सेवा प्रदान करना है। रैपिड रेल, मेट्रो व अन्य लोकल ट्रेन के मुकाबले काफी तेज है और बहुत ही कम स्टेशनों पर रुकती है।
रैपिड रेल की खासियत:
भारत में पहली बार तेज गति की ट्रेन रैपिड रेल किस प्रकार खास है, ये जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं क्या खास है इस ट्रेन में–
- प्रत्येक कोच में 407 सीटें होंगी।
- ट्रेन के सभी कोच प्रीमियम क्लास के होंगे।
- रैपिड रेल में कुल 6 कोच होंगे, बाद में जरूरत अनुसार कोच की संख्या बढ़ाकर 9 भी की जा सकती है।
- ट्रेन में मोबाइल और लैपटॉप के चार्जिंग प्वाइंट्स के साथ–साथ फ्री वाईफाई की सुविधा भी मिलेगी।
- मेट्रो की तरह दरवाजे स्वचालित होंगे।
- एक कोच में कुल 6 गेट होंगे।
- दिव्यांगों की जरूरत को देखते हुए प्रत्येक गेट के पास व्हील चेयर रखने के लिए जगह की व्यवस्था भी की गई है।
- पूरी ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
- 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन।
- ट्रेन में कुल 1500 यात्रियों की सीट कैपेसिटी है।
रैपिड रेल का किराया:
रैपिड रेल के निर्माता एनसीआरटीसी ने अभी तक ट्रेन के लिए किसी भी प्रकार के किराए की घोषणा नहीं की है। फिलहाल ऐसा आश्वाशन दिया जा रहा है कि किराया किफायती ही होगा जिस से कि गरीब लोग भी आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे।
साधारण और प्रीमियम दो तरह के कोच:
6 कोच वाली इस ट्रेन में दो प्रकार के डिब्बे देखने को मिलेंगे। यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए साधारण एवं प्रीमियम डिब्बों का निर्माण किया गया है। चलिए जानते हैं दोनो डिब्बों में क्या खासियत है।
साधारण क्लास–
- फ्री वाईफाई सुविधा
- आरामदायक सीट की व्यवस्था
- मोबाइल चार्जर
- सामान रखने के लिए रैक की व्यवस्था
- व्हील चेयर रखने की जगह
- स्ट्रेचर की सुविधा
- स्टेशन के नामों की जानकारी के लिए डिजिटल स्क्रीन
प्रीमियम क्लास–
- साधारण क्लास की सारी सुविधाएं उपलब्ध
- यात्री के अनुसार झुकने वाली आरामदायक कुर्सी की व्यवस्था
- कोट या जैकेट टांगने के लिए हुक
- अखबार, मैगजीन की व्यवस्था
- लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा
कब शुरू होगी ट्रेन?
रैपिड रेल के ट्रैक का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं कोच की बात करें तो अभी 210 में से मात्र 1 कोच का निर्माण ही हुआ है। एनआरसीटीसी के अनुसार रैपिड रेल 2023 में साहिबाबाद से दुहाई के लिए शुरू हो जाएगी।
है और जल्द ही ट्रेन का परिक्षण भी शुरू हो जायेगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NRCTC) इसे बना रहा है। यह देश का पहला हाई स्पीड रैपिड रेल है।
एनआरसीटीसी के अनुसार इस ट्रेन का पहला परीक्षण साहिबाबाद से दुहाई तक इसी साल मई महीने में शुरू हो जाएगा। जिसके ट्रैक का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
क्या है रैपिड रेल?
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) अर्थात रैपिड रेल एक ऐसी योजना है जिसके अंतर्गत दिल्ली व दिल्ली के सभी पड़ोसी क्षेत्रों को ट्रेन द्वारा जोड़ा जाएगा। इस योजना का उद्देश्य लोगों को कम समय में अधिक से अधिक दूरी तय करने की सेवा प्रदान करना है। रैपिड रेल, मेट्रो व अन्य लोकल ट्रेन के मुकाबले काफी तेज है और बहुत ही कम स्टेशनों पर रुकती है।
रैपिड रेल की खासियत:
भारत में पहली बार तेज गति की ट्रेन रैपिड रेल किस प्रकार खास है, ये जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं क्या खास है इस ट्रेन में–
• प्रत्येक कोच में 407 सीटें होंगी।
• ट्रेन के सभी कोच प्रीमियम क्लास के होंगे।
• रैपिड रेल में कुल 6 कोच होंगे, बाद में जरूरत अनुसार कोच की संख्या बढ़ाकर 9 भी की जा सकती है।
• ट्रेन में मोबाइल और लैपटॉप के चार्जिंग प्वाइंट्स के साथ–साथ फ्री वाईफाई की सुविधा भी मिलेगी।
• मेट्रो की तरह दरवाजे स्वचालित होंगे।
• एक कोच में कुल 6 गेट होंगे।
• दिव्यांगों की जरूरत को देखते हुए प्रत्येक गेट के पास व्हील चेयर रखने के लिए जगह की व्यवस्था भी की गई है।
• पूरी ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
• 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन।
• ट्रेन में कुल 1500 यात्रियों की सीट कैपेसिटी है।
रैपिड रेल का किराया:
रैपिड रेल के निर्माता एनसीआरटीसी ने अभी तक ट्रेन के लिए किसी भी प्रकार के किराए की घोषणा नहीं की है। फिलहाल ऐसा आश्वाशन दिया जा रहा है कि किराया किफायती ही होगा जिस से कि गरीब लोग भी आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे।
साधारण और प्रीमियम दो तरह के कोच:
6 कोच वाली इस ट्रेन में दो प्रकार के डिब्बे देखने को मिलेंगे। यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए साधारण एवं प्रीमियम डिब्बों का निर्माण किया गया है। चलिए जानते हैं दोनो डिब्बों में क्या खासियत है।
साधारण क्लास–
• फ्री वाईफाई सुविधा
• आरामदायक सीट की व्यवस्था
• मोबाइल चार्जर
• सामान रखने के लिए रैक की व्यवस्था
• व्हील चेयर रखने की जगह
• स्ट्रेचर की सुविधा
• स्टेशन के नामों की जानकारी के लिए डिजिटल स्क्रीन
प्रीमियम क्लास–
• साधारण क्लास की सारी सुविधाएं उपलब्ध
• यात्री के अनुसार झुकने वाली आरामदायक कुर्सी की व्यवस्था
• कोट या जैकेट टांगने के लिए हुक
• अखबार, मैगजीन की व्यवस्था
• लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा
कब शुरू होगी ट्रेन?
रैपिड रेल के ट्रैक का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं कोच की बात करें तो अभी 210 में से मात्र 1 कोच का निर्माण ही हुआ है। एनआरसीटीसी के अनुसार रैपिड रेल 2023 में साहिबाबाद से दुहाई के लिए शुरू हो जाएगी।