फेसबुक ने किया व्हाट्सएप मैसेजेस को Dycrypt बताने वाली रिर्पोट का खंडन

लोगों की गोपनीयता और सेफ्टी की बात करने वाला फे़सबुक अपने ही यूजर से धोखा कर रहा है, ऐसा कहना है न्यूज़ एजेंसी प्रोपब्लिका का। उसने दावा  किया है कि फे़सबुक 200 करोड़ वॉट्सएप उपभोक्ता के डाटा के साथ छेड़छाड़ कर रहा है।

September 8, 2021 - 21:47
December 9, 2021 - 11:14
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फेसबुक ने किया व्हाट्सएप मैसेजेस को Dycrypt बताने वाली रिर्पोट का खंडन
व्हाट्सएप @The Indian Express

लोगों की गोपनीयता और सेफ्टी की बात करने वाला फे़सबुक अपने ही यूजर से धोखा कर रहा है, ऐसा कहना है न्यूज़ एजेंसी प्रोपब्लिका का। उसने दावा  किया है कि फे़सबुक 200 करोड़ वॉट्सएप उपभोक्ता के डाटा के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। फे़सबुक के सीईओ मार्क ज़करबर्ग का कहना है कि हम लोगों की प्राइवेसी के साथ कोई समझौता नहीं करते है किसी भी यूजर के मैसेज,फोटोज,वीडियोज,वॉइस मैसेज और डाक्यूमेंट्स सिर्फ वही देख सकता है जिसे किसी ने भेजा हो उसके अलावा कोई और ना ही देख सकता है और ना ही पढ़ सकता है यहाँ तक की फेसबुक या वॉट्सएप भी नहीं लेकिन प्रोपब्लिका के रिपोर्ट ने इस सब दावे को धुंधला कर दिया है।  

प्रोपब्लिका आर्गेनाईजेशन ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि फेसबुक ने अलग से 1000 से जायदा लोगों को काम दिया है कि वह लोगों के मैसेज़ को मॉनिटर करते रहे  

एंड टू एंड एन्क्रिप्शन का झूठा दावा कर के फे़सबुक ने लोगों का भरोसा जीता और फिर उनके प्राइवेसी के साथ लगातार खिलवाड़ करते रहे कुछ वक़्त पहले भी ऐसा ही दवा किया गया था कि वॉट्सएप अपने यूजर के डाटा का ग़लत इस्तेमाल कर रहा है। उस वक़्त भी लोगों का भरोसा वॉट्सएप से कम हो गया था. और यूजर दूसरे एप्लीकेशन जैसे सिग्नल और टेलीग्राम की तरफ़ मुड़  रहे थे। धीरे -धीरे वॉट्सएप यूजर काम होने लगे जिसको देख कर मार्क ज़करबर्ग ने कई कैंपेन चलाये जिसमें मार्क जकरबर्ग ने एंड टू एंड एन्क्रिप्शन को काफी प्रमोट किया इस कैंपेन का काफी अच्छा रिस्पांस दिखा और लोग फिर से व्हाट्सप्प पर भरोसा करने लगे लेकिन प्रोपब्लिका की इस रिपोर्ट ने एक बार फिर से लोगों को सोचने पर मज़बूर कर दिया है। 

200 करोड़ यूजर के मैसेज को पिछले कई महीनों से फेसबुक कंपनी मॉनिटर कर रही है इस काम के लिए अलग से फेसबुक ने लोगों को चुन रखा है

आपको बता दे कि फे़सबुक ने वॉट्सएप को 2014 में 1.33 लाख करोड़ रुपए में खरीदा था और इसको एक फायदे का बिज़नेस बनाने में लगी थी क्युंकि  फे़सबुक और वॉट्सएप अपने यूजर से एक रुपए भी नहीं लेता तो आखि़र मार्क ज़करबर्ग ने वॉट्सएप को इतनी कीमत देकर क्यों खरीदा ऐसा प्रोपब्लिका का मनना है कि फेसबुक अपने यूजर के डाटा से पैसा कमाने में लगी है। 

एन्ड -टू एन्ड एन्क्रिप्शन की वजह से लोगों का भरोसा जीता वॉट्सएप ने 

वॉट्सएप ने अपनी प्राइवेसी पालिसी में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को ऐड करके लोगों में एक अलग पहचान बनाया है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का मतलब होता है कि आप ने जिसको मैसेज या डाक्यूमेंट्स या और भी कुछ भेजा है वो सिर्फ उस इंसान तक ही सिमित है उसके अलावा कोई और ना तो उसको देख सकता है और न ही पढ़ सकता है, यहाँ तक की फेसबुक कंपनी का मालिक भी नहीं लेकिन ये कितना सच है और कितना झूठ ये तो मार्क जकरबर्ग ही जानते है। 

मार्क जुकरबर्ग ने प्रोपुब्लिका की इस रिपोर्ट को सिरे से ख़ारिज कर दिया है और कहा कि हमने किसी को भी लोगों के मैसेज की निगरानी के लिए नहीं रखा है 
प्रोपब्लिका की रिपोर्ट सिर्फ वॉट्सएप को बदनाम करने के लिए बनाया गया है जुकरबर्ग ने वॉट्सएप की तारीफ़ करते हुए कहा कि वॉट्सएप एप्लीकेशन में ऐसे फंक्शन है जो हमारे यूजर की प्राइवेसी की पूरी सुरक्षा करते है।

Mohammad Altaf Ali Global Opinions Writer at @The Lokdoot.com