Delhi: अब स्कूली बच्चे बनाएंगे दिल्ली को हरा- भरा,साफ दिल्ली का महत्व बताने के लिए स्कूलों में एक अगस्त से 15 अगस्त तक वन महोत्सव का होगा आयोजन
Green Delhi: दिल्ली के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 1 अगस्त से 15 अगस्त तक वन महोत्सव मनाया जाएगा । जहां, वन विभाग ने शिक्षा विभाग को डेढ़ लाख पौधे लगाने की ज़िम्मेदारी दी है।
आगामी 10 अगस्त को दिल्ली सरकार की तरफ़ से सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के बच्चे अब ईको क्लब (Eco Club) के माध्यम से अपने अपने स्कूलों को हरा- भरा बनायेंगे। इसके तहत सभी स्कूलों को 30 पेड़ और 70 झाड़ी वाले पौधे दिये जाएंगे।
आजकल जिस तरह से मौसम का हाल बेहाल हो गया है बहुत ज़रूरी है कि ज़्यादा से ज़्यादा वृक्षारोपण किया जाए और उन्हें सुरक्षित भी रखा जाए, जिससे पर्यावरण में समन्वय स्थापित हो सके। इसलिए अब सरकारी स्कूल के बच्चों को वृक्षारोपण की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
इस सत्र में दिल्ली के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 1 अगस्त से 15 अगस्त तक वन महोत्सव मनाया जाएगा । जहां, वन विभाग ने शिक्षा विभाग को डेढ़ लाख पौधे लगाने की ज़िम्मेदारी दी है। वहीं, इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए तरह - तरह की सेमिनार, वेबिनार, निबन्ध, स्लोगन और पेंटिंग प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी।
10 अगस्त को वृक्षारोपण का कार्यक्रम स्कूल के बच्चों द्वारा प्राचार्य की देख-रेख में किया जाएगा जिसमें प्रत्येक स्कूल में 30 पेड़ और 70 झाड़ी वाले पौधे लगाए जाएंगे और उनकी देखभाल की रिपोर्ट प्रतिमाह शिक्षा निदेशालय को सौंपनी होगी, इस रिपोर्ट में बताना होगा कि कितने पौधे जीवित हैं और कितने लापरवाही की वजह से खराब हो गए।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वृक्षारोपण के लिए लगाए जाने वाले पौधे दिल्ली की सरकारी नर्सरी से लिए जा सकते हैं । इन पौधों के लगने से स्कूल हरा- भरा होगा इसके साथ ही स्कूल की इमारत को ठंडा रखने में मदद मिलेगी और बच्चों को स्वच्छ वायु भी मिलेगी, जिसका फ़ायदा आस पास के लोगों को भी मिल पाएगा।
बेस्ट ग्रीन अवार्ड ( Best Green Award) से सम्मानित किये जाएंगे स्कूल
इस अवसर पर स्कूल जो सभी पैमानों पर सही उतरेंगे, उन्हें बेस्ट ग्रीन अवार्ड से सम्मानित भी किया जाएगा। यह सम्मान हर जिले में अव्वल आने वाले स्कूल को दिया जाएगा। स्कूलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उनके स्कूल की फ़ोटो शिक्षा निदेशालय की पत्रिका "नई उड़ान" में भी प्रकाशित की जाएगी।