जयपुर जिला प्रमुख चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के भीतर कलह तेज, राजस्थान के मंत्री ने कहा ‘भाजपा के हाथों बिक गए है’
सोमवार को हुए जिला परिषद प्रमुख के चुनाव में बागी रमा देवी, भाजपा प्रत्याशी के रूप में जयपुर से जिला प्रमुख का चुनाव मात्र एक वोट से जीती।
राजस्थान जिला प्रमुख चुनाव के नतीजें आने के बाद एक बार फिर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस के भीतर ही कलह शुरू हो गई है। कलह की वजह दल बदलने वाली उम्मीदवार रमा देवी हैं। जिन्होंने अंतिम समय पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। जिसके बाद उन्होंने एक वोट से सरोज देवी को हराकर जीत दर्ज की है। जयपुर के युवा मामले और खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना ने सचिन पायलट गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘भाजपा के हाथों बिक गए हैं।’
बता दें कि छह जिलों में सोमवार को हुए जिला प्रमुख के चुनाव में रमा देवी ने 26 वोट हासिल कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सरोज देवी को सिर्फ एक वोट से हरा दिया। दरअसल रमा देवी ने चाकसू विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 17 से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जिला परिषद का चुनाव जीता था। लेकिन जिला प्रमुख के उम्मीदवार न बनाए जाने से कुपित रमा देवी मतदान के कुछ घंटे पहले ही भाजपा में शामिल हो गई।
यह वार्ड कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जो पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं। गहलोत के करीबी खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने नाम लिए बिना पायलट खेमे पर निशाना साधा। इसी के साथ एक बार फिर गहलोत और पायलट खेमे के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद हारी कांग्रेस:
दरअसल, राज्य के 6 चुनावी जिलों में 200 जिला परिषद सदस्य, 78 पंचायत समितियों में 1,564 पंचायत समिति सदस्यों के लिए तीन चरणों में हुए मतदान के परिणाम शनिवार को जारी किए गए। निर्वाचित जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्य क्रमशः प्रधान और जिला प्रमुख का चुनाव करते हैं। जिला परिषद प्रमुख के चुनाव सोमवार को हुआ, जिसमे सत्तारूढ़ कांग्रेस को 4 जिलों में स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद, 3 ही जिलों में जीत हासिल हुई। वहीं, भाजपा ने महज सिरोही में बहुमत होते हुए भी, सिरोही के साथ भरतपुर और जयपुर में भी जीत दर्ज कराई। जयपुर में भाजपा की रमा देवी, भरतपुर में भाजपा उम्मीदवार जगत सिंह और सिरोही में भाजपा के अर्जुन पुरोहित ने कांग्रेस को शिकस्त दी जबकि जोधपुर में कांग्रेस उम्मीदवार लीला मदेरणा, दौसा में कांग्रेस के हीरालाल सैनी और सवाईमाधोपुर में कांग्रेस की सुदामा देवी ने जीत दर्ज कराई।
ये वही लोग है जिन्होंने सरकार गिराने की कोशिश की थी:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने जयपुर जिला परिषद में धन बल का सहारा लेकर अपना जिला प्रमुख बनाया है। साथ ही, उन्होंने कहा, "वही लोग जिन्होंने सरकार गिराने की कोशिश की थी, वे हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल हैं।" वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने रमा देवी को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। डोटासरा ने प्रेसवार्ता में कहा कि भाजपा ने तीन जिला परिषदों में बोर्ड बनाए हैं क्योंकि 'जयपुर में हमारे सहयोगियों ने पीठ में छुरा घोंपा।'
प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने निराशा जताते हुए कहा, "मुझे इसमें बीजेपी से कोई शिकवा नही है, लेकिन कुछ जयचंद, जो बीजेपी के हाथों बिके हुए हैं , कांग्रेस में रहकर बीजेपी का काम कर रहे हैं, ये उन जयचंदों की शक्ल को साफ दिखाता है। उनकी मंशा को साफ दिखाता है कि वो रह तो कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन काम बीजेपी का कर रहे हैं।"
भारतीय जनता पार्टी की प्रतिक्रिया:
प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा 'ये परिणाम उन लोगों को निराश करते हैं जो भाजपा की हार से खुशी महसूस करते हैं। जनता ने कांग्रेस को उसकी विचारधारा और आचरण के कारण खारिज कर दिया है। यह 2023 के विधानसभा चुनाव की झलक है।'