Emmanuel Macron: जानिए कौन हैं फिर से फ्रांस के राष्ट्रपति का चुनाव जीतने वाले इमैनुअल मैक्रों?
इमैनुअल मैक्रों ने लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति का चुनाव जीत लिया है। मैक्रों ने अपने प्रतिद्वंदी मरीन ली पेन को 16 प्रतिशत वोटों के अंतर से हरा दिया है। इमैनुअल मैक्रों को लगभग 58 प्रतिशत वोट तो वहीं मरीन ली पेन को लगभग 42 प्रतिशत वोट मिले हैं।
इमैनुअल मैक्रों ने लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति का चुनाव जीत लिया है। मैक्रों ने अपने प्रतिद्वंदी मरीन ली पेन को 16 प्रतिशत वोटों के अंतर से हरा दिया है। इमैनुअल मैक्रों को लगभग 58 प्रतिशत वोट तो वहीं मरीन ली पेन को लगभग 42 प्रतिशत वोट मिले हैं।
मैक्रों की जीत के बाद पूरी दुनिया से उन्हें बधाई संदेश मिल रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर इमैनुअल मैक्रों को जीत की बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने लिखा- मैं भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने और मिलकर काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।
इमैनुअल मैक्रों के जीत के बाद फ्रांस में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल दिखा। मैक्रों की जीत के बाद उनके समर्थकों में भी उत्साह की लहर दिखी। उन्होंने एक दूसरे को गले लगाकर जीत की बधाई दी तो वहीं उनके विरोधियों ने फ्रांस की राजधानी पेरिस और लियोन में प्रोटेस्ट किया। जिसके बाद पेरिस की सड़कों पर माहौल तनावपूर्ण दिखा। कुछ शहरों में दंगे की खबर भी सामने आई है। दंगों को रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
इस जीत के साथ इमैनुअल मैक्रों पिछले 20 सालों में लगातार दो बार फ्रांस के राष्ट्रपति बनने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं। फ्रांस के चुनाव पर अमेरिका सहित पूरे विश्व की नज़र थी। रूस, यूक्रेन युद्ध के लिहाज़ से भी ये चुनाव काफी अहम माना जा रहा था। इमैनुअल मैक्रों को यूरोपीय संघ और नाटो का पक्षधर माना जाता है। दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद इमैनुएल मैक्रों ने एफिल टॉवर ग्राउंड में समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा- आप सभी ने अगले पांच वर्षों के लिए मुझ पर अपना विश्वास जताया है। मुझे पता है कि मैं आपका ऋणी हूं।
उन्होंने कहा- मैं एक निष्पक्ष समाज चाहता हूं जहां महिलाओं और पुरुषों के बीच समानता हो। आने वाले वर्ष निश्चित रूप से कठिन होंगे, लेकिन वे ऐतिहासिक होंगे और हमें नई पीढ़ियों के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा। इमैनुअल मैक्रों ने पिछले पांच सालों में खुद को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है। मैक्रों यूरोपीय संघ के महत्वपूर्ण फैसलों में भी शामिल होते हैं। जनमत सर्वेक्षणों में भी कई फ्रांसीसी नागरिकों ने राष्ट्रपति के तौर पर उनकी प्रशंसा की थी तो वहीं कुछ ने कोविड-19 महामारी और यूक्रेन संघर्ष जैसे प्रमुख वैश्विक संकटों का सामना करने के लिए, पद के योग्य माना था।