मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल जैसी केंद्रीय योजनाओं के जरिये बढता भारत
74वें शहीदी दिवस पर गांधी के स्वदेशी मूल्यों को पुनः जीवित करने के लिए अमित शाह की पहल।
आजादी के 75 साल और 74वें शहीदी दिवस पर साबरमती रिवर फ्रंट पर मिट्टी के कुल्हड़ से निर्मित गांधीजी के भित्ति चित्र अनावरण समारोह में अमित शाह ने एक बार फिर स्वदेशी आंदोलन की लहर को नए स्वरूप में शुरू करने की बात कही है। केंद्रीय गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल जैसी केंद्रीय योजनाओं को महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए स्वदेशी आंदोलन की नई परिभाषा बताया।
शाह का कहना था कि बापू ने हमें खादी की अहमियत समझाई लेकिन हम इसे भूल गए हैं लेकिन गुजरात के पुत्र नरेंद्र भाई ने खादी के विचार को बढ़ावा देकर खादी को पुनर्जीवित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘खादी फॉर नेशन खादी फार फैशन’ का नया मंत्र दिया जो खादी को युवाओं में प्रचलित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। खादी का विचार उतना ही है जितना पहले था। गांधीजी की सादगी, स्वदेश प्रेम, भाषा, सत्याग्रह और साधन शुद्धि के विचार भारत के पुनः निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि अगर स्वभाषा से नाता टूट गया तो हमारा संस्कृति से भी नाता टूट जाएगा।
महात्मा गांधी की भित्ति तस्वीर का हुआ लोकार्पण
74वें शहीद दिवस और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह गुजरात में महात्मा गांधी के मिट्टी के कुल्हड़ द्वारा बनी विशाल भित्ति तस्वीर का लोकार्पण किया, कार्यक्रम के दौरान वहाँ केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी शामिल थे। कार्यक्रम में लोकार्पित भित्ति चित्र 100 वर्ग मीटर के आकार का चित्र था जिसे एल्युमिनियम शीट पर कुल्हड़ों को व्यवस्थित करके बनाया गया है। गाँधी के इस भित्ति चित्र को देश भर से अहमदाबाद आए 75 कुम्हारों द्वारा बनाया गया था। उनका कहना था कि “खादी और ग्रामोद्योग आयोग” (केवीआईसी) ने कुम्हारों को सशक्त बनाने के लिए ‘कुम्भर सशक्तिकरण कार्यक्रम’ शुरू किया।
Gujarat | Union Home Minister Amit Shah unveils the mural of Mahatma Gandhi at the Sabarmati Riverfront, Ahmedabad pic.twitter.com/etSDIAtbbs — ANI (@ANI) January 30, 2022
महात्मा गॉधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदी दिवस पर 2,975 मिट्टी के कुल्हड़ों से बने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भित्ति चित्र का अनावरण किया गया जिसके लिए लगभग 75 कुम्हारों को अहमदाबाद बुलाया गया था। 100 वर्ग मीटर के इस भित्ति चित्र को एल्यूमिनियम शीट पर कुल्हड़ों को व्यवस्थित कर महात्मा गाँधी की छवि बनाई गई है।
जिसके साथ ही अमित शाह ने वर्ष 2018 में, KVIC द्वारा निर्मित साबरमती रिवरफ्रंट पर स्टेनलेस स्टील के चरखे (कताई पहिया) का भी रविवार को उद्घाटन किया गया और देश को पुनः स्वदेशी की तरफ लौटने का विचार प्रदान किया गया।