Hemp Cultivation:थाईलैंड में अब लीगल हुआ ‘गांजा’, मरीजुआना को वैध करने वाला थाइलैंड एशिया का पहला देश बना।

Hemp Cultivation: थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री की 10 जून से शुरू होने वाली 10 लाख मरीजुआना पौध वितरित करने की योजना है, जो थाईलैंड को एक वीड वंडरलैंड में बदल देगा। हालांकि, मरीजुआना की खेती पर अभी भी एक प्रतिबंध है।

June 11, 2022 - 01:21
June 11, 2022 - 04:32
 0
Hemp Cultivation:थाईलैंड में अब लीगल हुआ ‘गांजा’, मरीजुआना को वैध करने वाला थाइलैंड एशिया का पहला देश बना।
Hemp Cultivation

थाईलैंड एशिया का पहला देश बन गया है जिसने मरीजुआना की खेती और व्यापार को वैध कर दिया है, यह एक ऐसा कदम है जिससे थाई सरकार को 2 अरब डॉलर के उद्योग के शुरू होने की उम्मीद है। हालांकि थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने सीएनएन को दिए अपने साक्षात्कार में कहा, “मरीजुआना के मनोरंजक उपयोग पर अभी भी प्रतिबंध है, यह वैधता केवल मरीजुआना के चिकित्सा उपयोगों के लिए है।“

क्या है सरकार की योजना?

थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री की 10 जून से शुरू होने वाली 10 लाख मरीजुआना पौध वितरित करने की योजना है, जो थाईलैंड को एक वीड वंडरलैंड में बदल देगा। हालांकि, मरीजुआना की खेती पर अभी भी एक प्रतिबंध है - देश में उत्पादित पौधों में 0.2% से अधिक टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (THC) नहीं हो सकता है जो नशे के लिए जिम्मेदार है। इसके अतिरिक्त जो कोई भी घर पर पौधे उगाता है, उसे देश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन या सरकार के "प्लांट गांजा" ऐप के माध्यम से भी पंजीकरण कराना होगा। बिना सरकारी परमिट के मरीजुआना उगाते हुए पकड़े जाने पर तीन साल की जेल की सजा या $ 8,600 का जुर्माना हो सकता है।

इस फ़ैसले से आएगा बदलाव?

इस कानून के बाद संभव है कि थाईलैंड लगभग 3,000 कैदियों को रिहा कर रहा है जिन्हें मरीजुआन या मरीजुआना से संबंधित आरोपों में दोषी ठहराया गया था। साथ ही साथ यह ड्रग्स पर थाइलैंड के समग्र रुख में बदलाव की भी शुरुआत है, थाईलैंड ने वर्षों से नशीली दवाओं के ऊपर सख़्त कानूनों को बरकरार रखा है और हेरोइन, कोकीन और मेथ जैसी दवाओं की तस्करी या उत्पादन पर मौत की सजा या आजीवन कारावास का प्रावधान रखा है। अब तक, मरीजुआना के उत्पादन पर 15 साल तक की जेल या 43,000 डॉलर के जुर्माने का प्रावधान था।

The LokDoot News Desk The lokdoot.com News Desk covers the latest news stories from India. The desk works to bring the latest Hindi news & Latest English News related to national politics, Environment, Society and Good News.