5 खाद्य पदार्थों का सेवन जो दिला सकता है उच्च रक्तचाप से निजात
बढ़ते ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं ये 5 खाद्य पदार्थ। रोज़ाना सेवन करने से होगा बड़ा फायदा। कई अध्यनों एवं सर्वेक्षणों में पाया गया है इनका लाभकारी होना।
वर्तमान में उच्च रक्तचाप अर्थात ब्लड प्रेशर एक बहुत सामान्य बीमारी है जिससे विश्व की लगभग 26 प्रतिशत जनता प्रभावित है। 2025 तक यह आंकड़ा बढ़कर 29% का हो जायेगा। उच्च रक्तचाप के कारण शरीर में दिल का दौरा, स्ट्रोक एवं आँख के परदे को नुकसान जैसी समस्याएं हो सकती हैं और कभी कभी यह मौत का कारण भी बन सकता है।
क्या है उच्च रक्तचाप:
जब शरीर की धमनियों में रक्त प्रवाह का दबाव बढ़ता है तब ह्रदय को सामान्य से अधिक ज़ोर देकर कार्य करना पड़ता है। सामान्य तौर पर मानव का रक्तचाप 120/80 होता है, परन्तु जब यह संख्या सामान्य से अधिक हो तो ऐसी स्थिति को उच्च रक्तचाप की स्थिति कहा जाता है।
रक्तचाप बढ़ने का कारण:
रक्तचाप बढ़ने के पीछे बदलती जीवनशैली, तनाव, थकान और खराब एवं असंतुलित आहार को प्रमुख कारण माना जाता है। खाने में नमक का अधिक सेवन, शारीरिक रूप से असक्रिय होना, धूम्रपान या शराब के अधिक सेवन को भी बीपी के बढ़ने का कारण माना जाता है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण :
उच्च रक्तचाप के साथ समस्या ये है कि इसके लक्षण बहुत आम या कभी-कभी अनुपस्थित होते हैं और इसी कारण अधिकांश लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। चक्कर आना, घबराहट, पसीना आना और नींद न आना हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण हो सकते हैं। एक शोध के अनुसार आंखों में ब्लड स्पॉट, जिसे सब्सकंजक्टिवल हैमरेज कहा जाता है, हाई ब्लड प्रेशर के खतरे कि घंटी हो सकती है।
आहार में निम्न खाद्य पदार्थों के सेवन से कम होगा उच्च रक्तचाप -
1 - खट्टे फल:
अंगूर, संतरे और नींबू सहित खट्टे फलों में रक्तचाप काम करने में प्रभावशाली होते हैं। वे विटामिन, खनिज, और पौधों के यौगिकों से भरे हुए हैं जो उच्च रक्तचाप जैसे हृदय रोग के कारकों को कम करके आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
अध्ययन से यह भी सामने आया है कि संतरे और अंगूर का रस भी रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। फिर भी, अंगूर और अंगूर का रस सामान्य रक्तचाप कम करने वाली दवाओं में हस्तक्षेप कर सकता है, इसलिए इस फल को अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करना आवश्यक है।
2 - गाजर:
क्लोरोजेनिक, पी-कौमरिक, और कैफिक एसिड जैसे फेनोलिक यौगिकों से भरपूर गाजर रक्त कोशिकाओं में सूजन को कम करने में मदद करती है, जो रक्तचाप के स्तर को बरक़रार एवं नियंत्रण में रखने में मदद कर सकती है।
उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए इसे कच्चा खाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। एक अध्ययन जिसमें 40-59 आयु वर्ग के 2,195 लोगों को शामिल किया गया था, ने पाया था कि कच्ची गाजर का सेवन भी निम्न रक्तचाप के स्तर से महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा था।
गाजर आसानी से हर जगह उपलब्ध होती है इसीलिए आम जनमानस को अपने आहार में गाजर का सेवन अवश्य करना चाहिए।
3 - फलियाँ और दालें:
फली और दाल फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
8 अध्ययनों की समीक्षा जिसमें 554 लोगों को शामिल किया गया था, पाया गया है कि, अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में फलियाँ और दाल के अधिक सेवन से उच्च रक्तचाप वाले लोगों में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और औसत रक्तचाप के स्तर में काफी गिरावट देखने को मिली है, जो उच्च रक्तचाप के मरीज़ों के लिए एक खुशख़बरी है।
4 - पालक:
पालक में नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है। यह एंटीऑक्सिडेंट, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी भरा हुआ है, जो इसे उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है।
एक अध्ययन में, जिन लोगों ने 7 दिनों तक रोजाना 500 एमएल उच्च नाइट्रेट पालक सूप का सेवन किया, उनमें रक्तचाप का स्तर काफी मात्रा में नियंत्रित पाया गया। पालक का सूप धमनीयों की कठोरता को भी कम करता है, जो रक्तचाप को कम करने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।
5 - टमाटर एवं टमाटर युक्त उत्पाद :
टमाटर और टमाटर के उत्पाद पोटेशियम और कैरोटीनॉयड वर्णक लाइकोपीन सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
लाइकोपीन हृदय स्वास्थ्य पर लाभकारी प्रभावों से महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है, एवं लाइकोपीन से युक्त उत्पाद जैसे कि टमाटर का सेवन करने से उच्च रक्तचाप जैसे हृदय रोग के जोखिम वाले कारकों को कम करने में मदद होती है।
21 अध्ययनों की समीक्षा ने निष्कर्ष निकाला गया है कि टमाटर और टमाटर उत्पादों का सेवन रक्तचाप में सुधार करता है और हृदय रोग और हृदय रोग से संबंधित मृत्यु के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।