भारत मोबाइल प्रौद्योगिकी में निभाएगा अग्रणी भूमिका, जानिए इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति से कैसे मिलेगा रोजगार का अवसर

इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति से मिलेगा रोजगार का अवसर , जानिए कैसे पैदा होंगे 80 लाख रोजगार।

February 7, 2022 - 05:27
February 7, 2022 - 12:42
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भारत मोबाइल प्रौद्योगिकी में निभाएगा अग्रणी भूमिका, जानिए इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति से कैसे मिलेगा रोजगार का अवसर
इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति से मिलेगा रोजगा- फोटो: Gettyimages

केन्द्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को भूवनेश्वर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मोबाइल टावरों की कमी के कारण ओडिशा में करीब 6,000 गांव मोबाइल नेटवर्क से बाहर हैं। उनके मंत्रालय ने लगभग 3,933 साइटों की पहचान की है जहां मोबाइल टावर लगाए जाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत अगले कुछ वर्षों में मोबाइल हैंडसेट निर्माण में विश्व में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है और 5G तकनीक बेहतर ढंग से आगे बढ़ रही तथा इस वर्ष इसे शुरू किया जाएगा।

इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति से मिलेगा रोजगार का अवसर

अश्वनी वैष्णव ने कहा कि भारत मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली 200 इकाइयों के साथ दुनिया में मोबाइल हैंडसेट के दूसरे सबसे बड़े निर्माता के रूप में उभरा है। उन्होंने आगे बताया कि “बड़ी संख्या में निर्माण इकाइयों के कारण, भारत के इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण का बाजार आकार 6 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह क्षेत्र 22 लाख रोजगार पैदा कर रहा है। जिस गति से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण प्रगति कर रहा है, बाजार का आकार 5 वर्षों में ₹ 25 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा। यह तब 80 लाख रोजगार पैदा करेगा।“

भारत मोबाइल प्रौद्योगिकी में विश्व में निभाएगा अग्रणी भूमिका

केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि भारत ने उम्मीद से कहीं ज्यादा 5जी में प्रगति हासिल की है और बहुत जल्द ही 5जी कोर और रेडियो नेटवर्क लॉन्च किया जाएगा। “पिछले 2 वर्षों के दौरान सी-डॉट और टीसीएस ने नेटवर्क का वर्चुअलाइजेशन करके तकनीक विकसित की है। हमारे इंजीनियरों ने वर्चुअलाइजेशन पर कड़ी मेहनत की है, जिसमें दुनिया की किसी अन्य कंपनी को महारत हासिल नहीं है। मुझे विश्वास है कि भारत मोबाइल प्रौद्योगिकी में विश्व में अग्रणी बन जाएगा, ”उन्होंने कहा कि भारत ने अन्य देशों में उपलब्ध 4जी तकनीक से बेहतर विकसित किया है

बीएसएनएल जल्द शुरू कर सकता है 5जी सेवा

बीएसएनएल/एमटीएनएल की सेवाएं शुरू होने पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियां दिवालिया हो गई थीं। “बीएसएनएल एक लाभदायक कंपनी थी। हालांकि, कॉन्ग्रेस के समय बीएसएनएल फंड किसी और ही दिशा में जाता था। एक बार जब बीएसएनएल 4जी तकनीक के साथ स्थिर हो जाएगा, तो 1-2 साल में वह 5जी तकनीक को अपना लेगा।

साल 2022 में इन 13 शहरों को मिल सकती है 5G सेवा

इस साल 5G कनेक्टिविटी भारत के लोगों को मिल सकती है। लेकिन, नवीनतम दूरसंचार कनेक्शन सभी शहरों में उपलब्ध नहीं होगा। दूरसंचार विभाग ने इसे पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि 5G दूरसंचार सेवाएं भारत के चुनिंदा शहरों में ही शुरू की जाएंगी। जैसे कुल 13 शहरों को 5G टेलीकॉम सेवाएं मिलेंगी। इन शहरों में गुरुग्राम, बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, लखनऊ, कोलकाता, मुंबई, चंडीगढ़, दिल्ली, जामनगर, पुणे और गांधीनगर शामिल हैं।

रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसे दूरसंचार सेवा प्रदाताओं ने भारत के कुछ शहरों में 5जी परीक्षण साइट स्थापित की है। दूरसंचार विभाग ने कहा है कि मेट्रो शहरों और बड़े शहरों में इस साल देश में 5जी सेवाएं शुरू होंगी।