जानिए 4 फरवरी को क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर डे और क्या है साल 2022 की थीम ?
साल 1993 में पहली बार 4 फरवरी को विश्व कैंसर डे मनाया गया था। 1993 में विश्व कैंसर डे पहली बार जिनेवा में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल के द्वारा मनाया गया।
वर्तमान में बढ़ती बीमारियों के दौर में कैंसर के मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ी है। इन बढ़ते मामलों के लिए बदलता खानपान और बदलती जीवनशैली मुख्य रूप से जिम्मेदार है। कैंसर एक खतरनाक बीमारी है तथा कैंसर शब्द की उत्पत्ति का जनक यूनानी डॉक्टर हिप्पोक्रेट्स को माना जाता है। बता दें कि इन्हें “ आधुनिक चिकित्सा का जनक" भी माना जाता है।
विश्व कैंसर डे 4 फरवरी को क्यों मनाया जाता है ?
साल 1993 में पहली बार 4 फरवरी को विश्व कैंसर डे मनाया गया था। 1993 में विश्व कैंसर डे पहली बार जिनेवा में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल के द्वारा मनाया गया। विश्व कैंसर डे मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को इस खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूक करना है। इस साल 2022 की थीम "क्लोज द केयर गैप" है।
वैश्विक रूप से प्रति 100,000 लोगों में 106.6 नए कैंसर के मामले
Jama oncology की एक रिसर्च में इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के रिसर्चरों ने साल 2016 में 195 देशों में नए कैंसर के मामलों का विश्लेषण किया था। इस रिसर्च में पाया गया कि वैश्विक रूप से प्रति 100.000 लोगों में से 106. 6 नए मामले सामने आए हैं। बता दें कि इस रिसर्च में भारत को 10वें स्थान पर रखा गया था।
कैंसर के प्रकार, और मनुष्य के लिए कितना खतरनाक है कैंसर ?
विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर लगभग 200 से भी ज्यादा प्रकार के होते हैं और इन सब के लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। परंतु आज हम जानेंगे कि कौन-कौन से कैंसर मनुष्य के लिए घातक होते हैं -
ब्लड कैंसर - अक्सर इंसानों को ब्लड कैंसर ज्यादा होता है। ब्लड कैंसर किसी को तब होता है, जब उस व्यक्ति के शरीर में ब्लड कोशिकाओं में कैंसर हो जाता है। ब्लड कैंसर पूरे शरीर में काफी तेजी से फैलता है।
ब्रेन कैंसर - ब्रेन कैंसर व्यक्ति के सिर में होता है। अक्सर हम इसे ब्रेन ट्यूमर के नाम से भी जानते हैं। ब्रेन कैंसर में व्यक्ति के दिमाग वाले हिस्से में एक गांठ बन जाती है, जो समय के साथ पूरे दिमाग में जगह बना लेती है।
लंग कैंसर - लंग कैंसर व्यक्ति में ज्यादा पाए जाने वाले कैंसरों में से एक है। लंग कैंसर गुटका खाने और शराब का सेवन करने के कारण गले में होता है।
कैंसर की रोकथाम को लेकर भारत में योजनाएं
राजस्थान सरकार के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने विश्व कैंसर डे पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि "अर्ली डिटेक्शन बैन" चलाई जा रही है। जो गांवों में जाकर लोगों की जांच और उपचार के साथ-साथ कैंसर के प्रति जागरूक कर रही है। इस बैन के द्वारा 2 महीने में 9 शिविर लगाए गए हैं। 2 महीने में लगभग 4000 लोगों की जांच करने पर 278 लोग कैंसर से पीड़ित पाए गए हैं। वहीं इलाज के लिए सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना भी शुरु की गई है। जिसके तहत कैंसर पीड़ित व्यक्ति इलाज के लिए सालाना पांच लाख तक का लाभ ले सकता है।