Great Place to Work list 2022: ग्रेट प्लेस टू वर्क 2022 सर्टिफिकेशन की सूची हुई जारी, जानिए कौनसी हैं भारत में नौकरी करने लायक सौ सबसे अच्छी कम्पनियां
Great Place to Work 2022: भारत में, ग्रेट प्लेस टू वर्क संस्थान, 22 से अधिक उद्योगों में सालाना 1100 से अधिक संगठनों के साथ साझेदारी करता है। यह संस्थान उन्हें निरंतर व्यावसायिक परिणाम देने के लिए बेहतर और गुणवत्तापूर्ण कार्यस्थल का निर्माण करने में मदद करता है।
ग्रेट प्लेस टू वर्क संस्थान ने आज वर्ष 2022 के लिए भारत में नौकरी करने लायक सर्वश्रेष्ठ सौ कम्पनियों की सूची जारी कर दी है। सूची में बैंगलोर स्थित आई-टी कम्पनी ‘सिस्को’ पहले स्थान पर है, जबकि फाइनेंस कम्पनी ‘आय फाइनेंस’ दूसरे और आटोमोबाइल निर्माता कम्पनी ‘फोर्ड’ तीसरे स्थान पर है। सर्टिफिकेशन पाने वाली शीर्ष सौ कम्पनियों को इस पिक्चर में एक साथ देखा जा सकता हैं। -
ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्टिफिकेशन विभिन्न सरकारी एवं निजी संस्थानों के लिए एक स्वर्णिम मानक की तरह है, जो कम्पनियों को गुणवत्तापूर्ण और बेहतर वर्कप्लेस घोषित करता है। यह 30 से अधिक वर्षों से बेहतर कार्यस्थलों की विशेषताओं पर शोध करता रहा है। संस्थान का मानना है कि सभी संगठन बेहतर कार्यस्थल बन सकते हैं, और संस्थान का मिशन भी उन्हें सफल होने में मदद करना है। ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टिट्यूट एक हाई-ट्रस्ट, हाईपरफॉर्मेंस कल्चर बनाने और बनाए रखने में मदद करने के लिए दुनिया भर के लगभग 60 देशों से हर साल 10,000 से अधिक संगठनों को भागीदार बनाता है।
कैसे तैयार की जाती है सर्वश्रेष्ठ कार्यस्थलों की सूची –
सूची तैयार करने के लिए विभिन्न संगठनों का अध्ययन दो लेंसों के माध्यम से किया जाता है। पहले लेंस में कर्मचारियों के अनुभवों की गुणवत्ता को मापा जाता है। इसके लिए विश्व स्तर पर मान्य एक सर्वेक्षण प्रकिया का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे ‘ट्रस्ट इंडेक्स’ कहा जाता है।
सर्वेक्षण के इस हिस्से में कर्मचारियों से गुमनाम तौर पर प्रतिक्रिया प्राप्त की जाती है और यह मुख्य सूची के लिए 75% का वेटेज रखता है। दूसरे लेंस को कल्चर ऑडिट कहते हैं, जिसमें किसी संगठन के लोगों के व्यवहार की गुणवत्ता का मूल्यांकन करते हुए कर्मचारी के पूरे जीवन चक्र का सर्वेक्षण किया जाता है। मुख्य सूची मे इसका वेटेज 25% होता है। इसके बाद संस्थान मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से एकत्र किए गए डेटा पर एक मजबूत सत्यापन प्रक्रिया करता है।
ट्रस्ट इंडेक्स और कल्चर ऑडिट का संचयी स्कोर रैंकिंग स्कोरबोर्ड में किसी संगठन के स्थान का निर्धारण करता है और जिसके बाद 100 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों की सूची तैयार होती है। शीर्ष 100 की सूची में कौन सा संगठन जगह बनाता है, यह तय करने के लिए किसी व्यक्ति या जूरी को कोई अधिकार नहीं दिया गया है। यह केवल कर्मचारियों की प्रतिक्रिया और लोगों के अनुभव ही यह निर्धारित करते हैं कि कोई संगठन एक बेहतर कार्यस्थल है या नहीं।
प्रत्येक प्रतिभागी संगठन का मूल्यांकन पूरा होने के बाद एक ऑनलाइन एनालिटिक्स डैशबोर्ड के साथ संगठन को अपनी कर्मचारी सर्वेक्षण प्रतिक्रिया रिपोर्ट प्राप्त होती है, जिसके लिए प्रत्येक संगठन न्यूनतम शुल्क का भुगतान करता है। यह आकलन भारत में गैर सरकारी संगठनों और सामाजिक सेवा संगठनों के लिए नि:शुल्क किया जाता है।
भारत में, ग्रेट प्लेस टू वर्क संस्थान, 22 से अधिक उद्योगों में सालाना 1100 से अधिक संगठनों के साथ साझेदारी करता है। यह संस्थान उन्हें निरंतर व्यावसायिक परिणाम देने के लिए बेहतर और गुणवत्तापूर्ण कार्यस्थल का निर्माण करने में मदद करता है। भारतीय उद्योग जगत के सैकड़ों सीईओ और सीएक्सओ ग्रेट प्लेस कम्युनिटी का हिस्सा हैं। इस सर्टिफिकेशन को दुनिया भर में कर्मचारियों और नियोक्ताओं द्वारा विशेष रूप से मान्यता प्राप्त है। यही कारण हैं कि ज्यादातर कम्पनियां ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्टिफिकेशन को प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।
Source and Image Courtesy : https://www.greatplacetowork.in/great/100-best-companies.php