राजस्थान के नए जिलों का 'नक्शा' हुआ फाइनल, जल्द पूरा होगा नए जिलों के सीमांकन का काम

Rajasthan News: विधिवत अधिसूचना 15 जुलाई तक जारी हो सकती है. 30 जून तक सभी नवगठित ज़िलों के सीमांकन का काम पूरा किया जाना तय है.

May 23, 2023 - 17:52
May 23, 2023 - 20:50
 0
राजस्थान के नए जिलों का 'नक्शा' हुआ फाइनल, जल्द पूरा होगा नए जिलों के सीमांकन का काम
Rajasthan New Districts

Rajasthan News: प्रदेश सरकार 19 में से 15 नवगठित ज़िलों की विधिवत अधिसूचना 15 जुलाई तक जारी कर सकती है. यानी राजस्थान के नक्शे में 15 नए ज़िले जुड़कर 15 जुलाई तक अस्तित्व आ जाएंगे. ये नवगठित ज़िले कौनसे संभाग में काम करेंगे, यह भी फ़ाइनल कर लिया गया है. अब ज़िले के सीमांकन का काम बचा है, जिसे 30 जून तक पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. बता दें कि सीएम अशोक गहलोत ने राज्य में 19 नए ज़िले बनाने की घोषणा की थी. सीकर, पाली और बांसवाड़ा नए संभाग होंगे. 

नए बने ज़िले कौन कौनसे हैं?

नए बने ज़िलों में बालोतरा, अनूपगढ़, ब्यावर, डीग​​​​​​​, डीडवाना-कुचामनसिटी, खैरथल, नीम का थाना, फलोदी, जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, दूदू, गंगापुर सिटी, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, सलूंबर, सांचोर और शाहपुरा शामिल है. इनमें जोधपुर ज़िले को तीन हिस्सों में विभाजित कर जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिमी और फलौदी जिला बनाया गया है. जयपुर के कोटपुतली को अलवर के बहरोड़ इलाके के साथ मिलाकर नया जिला बनाया जाएगा. दूदू इलाके को अलग ज़िला बनाया जाएगा. इसके अलावा बचे हुए हिस्से को दो भागों में बांटा जाएगा. जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण. इस तरह से 19 विधानसभाओं वाला जयपुर कुल 4 जिलों में बंट जाएगा. इसके अलावा अजमेर अब तीन ज़िलों में बंट जाएगा. अजमेर के अलावा केकड़ी और ब्यावर को नए ज़िले बनाए गए हैं. इसके साथ ही अलवर का बहरोड़ इलाका कोटपुतली के साथ मिलकर नया ज़िला बनेगा. तो वहीं खैरथल को अलग से ज़िला बनाया जाएगा, इससे बचा हुआ हिस्सा अलवर ज़िले में रहेगा. नागौर के डीडवाना और कुचामनसिटी इलाके को मिलाकर एक अलग से जिला बनेगा. ऐसे में नागौर दो हिस्सों में बंट गया. बाड़मेर जिले में 7 विधानसभा है. अब बालोतरा अलग ज़िला बन गया है. ऐसे में विधानसभा सीटों का गणित भी पूरा बदल जाएगा. जालोर दो जिलों में बंटेगा, जिसमें सांचोर अलग से ज़िला बनेगा. श्रीगंगानगर दो जिलों में बंटेगा, जिससे निकलकर अनूपगढ़ अलग से ज़िला बनेगा. 

दक्षिण राजस्थान में दो बड़े बदलाव हुए- भीलवाड़ा से अलग होकर शाहपुरा जिला बनेगा और उदयपुर से अलग होकर सलूंबर जिला बनेगा.  पूर्वी राजस्थान में भी दो बड़े बदला होंगे जिसके तहत सवाई माधोपुर से अलग होकर गंगापुरसिटी ज़िला बनेगा और भरतपुर से अलग होकर डीग ज़िला बनेगा. शेखावाटी- कांग्रेस पीसीसी चीफ इसी इलाके से आते है. डोटासरा के सीकर जिले को संभाग भी बनाया गया है. सीकर से नीमकाथाना को अलग जिला भी बनाया गया है.

जिलों की स्थापना से पहले होने हैं ये काम

कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफ़िस चिन्हित करके उन्हें स्थाई रूप से बनाए जाने के लिए जमीन तय करनी है. इन सबके लिए एक विस्तृत प्रोजेक्ट बनेगा जिसे वित्तीय स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा. विभिन्न विभागों के मौजूदा अफ़सरों को ज़िला स्तर के हिसाब से ही काम करने के निर्देश दिए गए हैं. 

ज़िलों में बिजली, जलदाय, पीब्ल्यूडी, चिकित्सा, शिक्षा, न्यायालय व पुलिस लाइन को सबसे पहले जिला स्तर का बनाया जाएगा.  इसी तरह से शिक्षा व चिकित्सा में ब्लॉक स्तर का अधिकारी कार्यालय होता है, जिसे जिला स्तर का करना होगा. 

जिले के सीमांकन का काम अभी शेष है. यह काम राज्य सरकार व राजस्व विभाग के स्तर पर चल रहा है. अब चूंकि ज़िले में विशेषाधिकारियों ने कार्य संभाल लिया है, तो वे भी नवगठित ज़िलों में कौन-कौन सी ग्राम पंचायतें, तहसीलें व उपखंड मुख्यालय शामिल हो सकते हैं, उनकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजेंगे. इससे हर जिले की सीमा तय हो सकेगी. 30 जून तक सभी नवगठित ज़िलों के सीमांकन का काम पूरा किया जाना तय है.

Harish Sahu छत्तीसगढ़ का निवासी हूँ. फ़िलहाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहा हूँ. लिखने की कोशिश में लगा हुआ हूँ.