एनसीडब्ल्यू (NVW) ने की एक बड़ी पहल, शुरू किया कानूनी सहायता क्लीनिक
महिलाओं के लिए कानूनी सहायता को अधिक आसान बनाने के अभियान में, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण (डीएसएलएसए) के सहयोग से एक कानूनी सहायता क्लिनिक की शुरुआत की है। इसका मुख्य उद्देश्य निशुल्क कानूनी सहायता देकर महिलाओं की शिकायतों का समाधान करना है।
हाल ही में नेशनल कमीशन फॉर वूमेन ने एक कानूनी सहायता क्लीनिक शुरू किया है. इसे दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण(DSLSA) के सहयोग से शुरू किया जा रहा है. यह क्लीनिक महिलाओं को नि: शुल्क सहायता प्रदान करेगा व उनकी शिकायतों का समाधान करने के लिए काम करेगा. यह महिलाओं की शिकायतों के समाधान के लिए सिंगल विंडो के तौर पर काम करेगा.
आसान भाषा में यूं कहें तो, इस पहल का मकसद महिलाओं को मुफ्त सलाह और कानूनी सेवाएं प्रदान करना है. यह क्लीनिक महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें कानूनी परामर्श व सहायता प्रदान करने के लिए वन स्टॉप सेंटर के तहत फोकस करेगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग(NCW) की स्थापना जनवरी 1992 में, राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम 1990 के तहत की गई थी. यह एक वैधानिक निकाय है.
एनसीडब्ल्यू के कार्य क्या-क्या हैं ?
• महिलाओं के संवैधानिक व कानूनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करना.
• महिलाओं की शिकायतों के निवारण की सुविधा.
• महिलाओं को प्रभावित करने वाले नीतिगत मामलों पर सरकार को सलाह देना.
कौन-कौनसी सेवाएं करवाई जाएंगी उपलब्ध
एनसीडब्ल्यू इस पहल के जरिए सहायता क्लिनिक परामर्श प्रदान करेगा, इसके साथ ही संकटग्रस्त महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करने का काम किया जाएगा. वहीं इसके माध्यम से राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। वैवाहिक मामलों,महिला जनसुनवाई, मुफ्त कानूनी सहायता और आयोग में दर्ज अन्य शिकायतों से जुड़े मामलों में भी मदद प्रदान की जाएगी।