Pilot-Gehlot row: 4 घंटे लंबी बैठक के बाद पायलट-गहलोत के बीच सुलह

करीब सवा चार घंटे तक हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह समझौता हो गया. दोनों ने ही अपने राजनीतिक भविष्य का फ़ैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया है.

May 30, 2023 - 22:47
July 12, 2023 - 12:52
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Pilot-Gehlot row: 4 घंटे लंबी बैठक के बाद पायलट-गहलोत के बीच सुलह
सचिन पायलट और अशोक गहलोत

राजस्थान कांग्रेस में अब सब कुछ ठीक हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा विवाद अब समाप्त हो गया है. करीब सवा चार घंटे तक हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह समझौता हो गया. दोनों ने ही अपने राजनीतिक भविष्य का फ़ैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया है. कांग्रेस पार्टी के महासचिव के सी वेणूगोपाल ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि दोनों नेता एकजुट हैं. कोई भी मनमुटाव नहीं अब हम पूरी ताक़त के साथ विधानसभा चुनाव लडेंगे और जीतेंगे. इस वार्ता में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल भी शामिल थे. बैठक में आलाकमान दोनों नेताओं के बीच सुलह कराने में सफल रहा. 

बैठक के बाद गहलोत और पायलट के चेहरों पर मुस्कान थी...

खड़गे के घर सोमवार देर रात तक चली बैठक के बाद गहलोत और पायलट केसी वेणुगोपाल के साथ बाहर आए. वेणुगोपाल ने ही मीडिया से बात की. गहलोत और पायलट दोनों कुछ बोले नहीं बस मुस्कुरा रहे थे. बाद में दोनों नेता वेणुगोपाल के साथ फिर से खड़गे के घर चले गए. सुलह के फॉर्मूले को उजागर नहीं करके अभी केवल हाईकमान पर फैसला छोड़ने की बात कही जा रही है. केसी वेणुगोपाल ने सुलह का दावा किया है, लेकिन अभी तक सचिन पायलट ने कोई बयान नहीं दिया है. अब पायलट के बयान का इंतज़ार है. पायलट की तीनों मांगों और सियासी मुद्दों पर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष को करना है. 

बैठक खड़गे के आवास में हुई... 

सोमवार को शाम 6 बजे ये बैठक पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास में हुई. इसमें पार्टी के अध्यक्ष के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल हुए. ऐसा बताया जा रहा है कि खड़गे से अकेले में बात की जिसमें उन्होंने पायलट के उठाए मुद्दों पर जानकारी ली.

गहलोत ने कही थी पूरे कांग्रेस को एकजुट होकर लड़ने की बात...

पायलट के अल्टीमेटम के बारे में गहलोत ने कहा था कि मीडिया बातों को ज़्यादा फैला देता है, हम उस पर विश्वास नहीं करते हैं. हम मानते हैं कि पूरी कांग्रेस एकजुट होकर लड़े, हम चुनाव जीतकर आएंगे. चुनावी बैठक पर उन्होंने कहा कि हमारे यहां तो अनुशासन होता है. हाईकमान जो तय कर देता है, उस फैसले को सब मानते हैं. पहले सोनिया थीं, अब खड़गे साहब हैं, राहुल गांधी हैं, ये जब एक बार फैसला कर लेते हैं तो सभी लोग उनके फैसले को मानते हैं और सब अपने काम पर लग जाते हैं.

पायलट की जन संघर्ष यात्रा...

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष यात्रा निकाली थी. इसके बाद सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को अपनी मांगे मानने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने पायलट से दूरी बना रखी है. सचिन पायलट ने पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मामले को लेकर जनसंघर्ष यात्रा की थी.