पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड को मिला 'महारत्न' का दर्जा, हरित उर्जा के विकास में आएगी तेजी
पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) को 'महारत्न' का दर्जा मिलने से पीएफसी बोर्ड के बजट को बढ़ाने में काफी मद्द मिलेंगी
राजकीय स्वामित्व पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) को भारत सरकार ने गौरवपूर्ण 'महारत्न' के दर्जे से सम्मानित किया है। इसके साथ ही पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड को संचालन और वित्त-संबंधी मद्द मिली है। बता दें कि 1986 में संयुक्त PFC आज देश की सबसे बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी बन चुकी है। जो विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियन्त्रण में अपने कार्य को लेकर पूरी तरह से वफ़ादार है।
पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) को 'महारत्न' का दर्जा मिलने से पीएफसी बोर्ड के बजट को बढ़ाने में काफी मद्द मिलेंगी
'महारत्न' का सेंट्रल पब्लिक सेक्टर ईनटरपराईज (सीपीएसई) का बोर्ड फॉइनांस संयुक्त उद्यम और पूर्ण स्वामित्व की सब्सिडरी की हिस्सेदारी में निवेश कर सकता है, जो कि उस सीपीएसई की कुल राशि के 5 फीसद तक के एक प्रोजेक्ट के लिए 5000 करोड़ की सीमा होगी ।
बोर्ड अपने कर्मचारी और एचआर डिपार्टमेंट से भी अपनी परियोजनाओं को संचालित करवा सकता है। इसके साथ ही वह दूसरी कंपनियों के साथ भी टेक्नोलॉजी जॉइन्ट वेंचर और रणनीति-संबंधी पार्टनरशिप करने के लिए स्वतंत्र हैं।
इस मौके पर आदरनीय इस्पात मंत्री श्री आर.के सिंह ने पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) को शुभकामना देते हुए कहा कि पीएफसी को 'महारत्न' की उपाधि मिलने से यह बात स्पष्ठ है कि पीएफसी ने भारत सरकार का भरोसा जीता है। और 'महारत्न' का टैग मिलने से पीएफसी की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।
यह जानना भी दिलचस्प होगा कि पीएफसी भारतीय विद्युत क्षेत्र के सम्पूर्ण विकास में अपनी भूमिका निभा रहा है। इस नए सम्मान से पीएफसी में एक नई उर्जा पैदा होगी जो सभी के लिए लाभदायक और किफायती साबित होगा। इससे बिजली के क्षेत्र में भी गति पैदा होगी ।
महारत्न का सम्मान मिलने के बाद पीएफसी को 2030 तक 40 फीसद तक हरित उर्जा की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता में अपना योगदान देना है। भारत सरकार के एजेंडा के तहत इस परियोजना में 3 लाख करोड़ से ज्यादा के आउटलेट्स के साथ उर्जा के क्षेत्र में कार्य करना है
पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) के सीएमडी श्री आर एस ढिल्लांन ने कहा कि पिछले 3 सालों के दौरान पीएफसी को सबसे उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन के लिए महारत्न कंपनी का सम्मान मिला है। कोरोना काल के दौरान भी पीएफसी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए भी सबसे ज्यादा सालाना टर्नओवर 66 लाख करोड़ रु और 88,300 करोड़ रु दर्ज किया है और वित्तीय वर्ष में सबसे ज्यादा 8444 करोड़ रु का फायदा दर्ज किया है।
पावर सेक्टर में लिक्विडिटी संकट को दूर करने के लिए लिक्विडिटी इन्फ्यूज़न योजना को पीएफसी ने बढ़ाने में काफी अहम योजना बनाई। महारत्न की पावर मिलने से हमारी जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है। पीएफसी अपने कारोबार के विकास को तेज करेगा और अपने संचालन को गति देगा। हम पीएफसी के कर्मचारियों और मैनेजरों के प्रति अपना आभार प्रकट करता हूँ। जिनके साथ की वजह से पीएफसी को यह उपाधि मिली है। हम विद्युत मंत्रालय को भी हार्दिक अभिनंदन करते हैं, जिनकी मदद के बिना यह सम्मान पाना मुश्किल था।
यह भी पढ़ें:सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स ने कियारा आडवाणी को बनाया अपना नया ब्रांड एंबेसडर