चीन का अद्भुत करिश्मा: मुर्गे के खून से करेगा कई बीमारियों का इलाज
चीन ने एक अजब गजब खोज की है , सूत्रो के हवाले से खबर है कि चीन में ब्लड चिकन इंजेक्शन अपने बच्चो को लगवाने के लिए परिजनो में होड़ मची हुई है।
एक चीनी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मुर्गे के खून में वो सभी गुण मौजूद है जो बच्चों को न केवल कई घातक बीमारियों से बचा सकते हैं बल्कि उन्हें सुपरकिड़ भी बना सकते हैं। चीन पहला और अनोखा ऐसा देश है जो सीधा प्रकृति से छेड़छाड़ कर अपने कृत्रिम तरीकों से दुनिया को सख्ते में डाल देता है।
अभी हाल ही में चीन की इस नासमझी का खामियाजा पूरी दुनिया ने कोविड महामारी के रुप में भुगता है।
अब एक नया मामला विवादो में है, जब चीन अपने बच्चों के लिए चिकन पैरेंटिंग का सहारा ले रहा है। चीन की इस पैरेटिंग पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं।
चिकन पैरेटिंग है विवादों में:
जिस देश के सुपर मार्केट्स में जिंदा सांप , छिपकली और कॉकरोच खुलेआम बिकते हैं, जहाँ लोग इन्हें बड़े चाव से खरीदकर अपने दैनिक आहारो में शामिल करते है। ऐसे देश के लिए चिकन ब्लड इंजेक्शन लगवाना भले ही सामान्य बात हो, पर दुनिया भर के देशों के लिए ये किसी अजूबे से कम नहीं है। दरअसल वजह यह है कि चीन के लोग अपने बच्चों को चिकन ब्लड इंजेक्शन लगवा रहें हैं ताकि उनके बच्चे भविष्य में कई घातक बीर्मारेयों से दूर रह सकें।
कितना असरदार होगा यह इंजेक्शन:
चीन की एक स्टड़ी के मुताबिक चिकन पैरेटिंग या चिकन ब्लड़ खून में वो सभी तत्त्व मौजूद हैं जो बाँझपन, कैंसर, गंजेपन जैसी तकलीफ दूर कर देगा। बता दें कि चीन की चिकन पैरेटिंग की खबर सबसे पहले सिंगापुर के एक अखबार में छपी थी।
और यह भी बता दें कि चिकन के खून में स्टेरॉयड मौजूद होता है, जो बच्चों के सर्वाग्रीण विकास के लिए फायदेमंद होगा । साथ ही बच्चों में ऊर्जा का संचार भी करेगा। चीन की ये नई खोज कितनी असरदार होगी यह बात तो एक गहन अध्ययन के बाद ही पता चलेगी परंतु फिलहाल यह लोगों में एक कौतुहल का विषय बनी हुई है।