सेबी ने नियुक्त किया अपने पूर्व पूर्णकालिक सदस्य माधबी पुरी बुच को अपना नया अध्यक्ष

माधबी पुरी बुच अध्यक्ष के रूप में बाजार नियामक की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला बन गईं हैं। आइए जानते हैं माधुरी पूरी बुच के बारे में विस्तार से

March 1, 2022 - 03:09
March 1, 2022 - 05:25
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सेबी ने नियुक्त किया अपने पूर्व पूर्णकालिक सदस्य माधबी पुरी बुच को अपना नया अध्यक्ष
माधबी पुरी बुच -फोटो : Social Media

हिमाचल प्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी माधबी पुरी अब के स्थान पर पदभार ग्रहण करेंगी। अजय त्यागी 1 मार्च, 2017 से सेबी के अध्यक्ष थे तथा उन्हें तीन साल के कार्यकाल की समाप्ति के बाद दो एक्सटेंशन मिल चुके हैं। त्यागी का कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो गया था और माधबी पुरी 1 मार्च से कार्यभार ग्रहण करेंगी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तीन साल की अवधि के लिए उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी।

कौन हैं माधबी पुरी बुच

माधबी पुरी बुच ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के फोर्ट कॉन्वेंट और दिल्ली में कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी से की। वह भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), अहमदाबाद की पूर्व छात्रा हैं। इससे पहले, उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली से गणित में स्नातक किया है तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद की पूर्व छात्रा हैं। माधबी पुरी सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली से गणित में स्नातक कर चुकी हैं। आईसीआईसीआई बैंक के साथ साल 1989 में अपने करियर की शुरुआत करते हुए, माधबी पुरी कॉर्पोरेट वित्त, ब्रांडिंग और ट्रेजरी और ऋण सहित 12 वर्षों तक विभिन्न प्रोफाइलों में काम कर चुकी हैं। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है कि उन्होंने साल 1997 से 2002 तक पांच वर्षों के लिए विपणन और बिक्री विभाग का नेतृत्व भी किया और फिर साल 2002 से 2003 तक उत्पाद विकास के प्रमुख रही हैं। बाद में वह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में चली गईं, जहां वह साल 2009 से मई 2011 तक प्रबंध निदेशक और सीईओ बनीं।

चीन में न्यू डेवलपमेंट बैंक की सलाहकार रह चुकी हैं माधबी पुरी 

बुच को वित्तीय बाजारों में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। सेबी में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने निगरानी, सामूहिक निवेश योजनाओं और निवेश प्रबंधन जैसे विभागों को संभाला। सेबी में अपने कार्यकाल के बाद, बुच सात-सदस्यीय विशेषज्ञ समूह की प्रमुख बन गईं थी, जिसे सेबी को इन-हाउस तकनीकी प्रणालियों को डिजाइन करने में मदद करने के लिए बनाया गया था। सेबी में अपने कार्यभार से पहले, बुच शंघाई, चीन में न्यू डेवलपमेंट बैंक की सलाहकार थी। माधबी पुरी ने निजी इक्विटी फर्म, ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल के सिंगापुर कार्यालय के प्रमुख के रूप में भी काम किया है।

SEBI (Securities and Exchange Board of India ) क्या है?

इसकी स्थापना आधिकारिक तौर पर साल 1988 में भारत सरकार द्वारा की गई और भारतीय संसद द्वारा पारित सेबी अधिनियम, 1992 में इसे वैधानिक अधिकार दिया गया। सेबी के अस्तित्व में आने से पहले पूंजी निर्गम नियंत्रक नियामक प्राधिकरण था, जिसे पूंजी मुद्दे (नियंत्रण) अधिनियम, 1947 के अंतर्गत अधिकार प्राप्त था। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय स्टाक निवेशकों के हितों को उत्तम संरक्षण प्रदान करना और प्रतिभूति बाजार के विकास तथा नियमन को प्रवर्तित करना है।