तालिबान का दावा- पंजशीर अब तालिबान के नियंत्रण में, रेजिस्टेंस फोर्स ने नकारा
पंजशीर घाटी में तालिबान व तालिबान विरोधियों के बीच चल रहे झगड़े पर विराम लगाते हुए चरमपंथी संगठन ने सोमवार को अपने बयान में पंजशीर घाटी पर अपने नियंत्रण की पुष्टि की है।
पंजशीर घाटी में तालिबान व तालिबान विरोधियों के बीच चल रहे झगड़े पर विराम लगाते हुए चरमपंथी संगठन ने सोमवार को अपने बयान में पंजशीर घाटी पर अपने नियंत्रण की पुष्टि की है। तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा "तालिबान ने पंजशीर प्रांत पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। ये वो इलाका था जिसपर पहले रजिस्टेंस फोर्स का नियंत्रण था"। इसके साथ ही आतंकी संगठन ने कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं। तस्वीरों में तालिबानी लड़ाके पंजशीर घाटी के गवर्नर ऑफिस के बाहर हथियार लिए हुए दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं अपनी जीत का दावा करते हुए तालिबान ने अफगानिस्तान में उसके राज के खिलाफ विद्रोह करने वालो को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार के विद्रोह को बख्शा नहीं जाएगा और करारे हमले से उसका जवाब दिया जायेगा ।
हालांकि, रेजिस्टेंस फोर्स ने ऐसी सभी खबरों को नकार दिया है। फोर्स ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण राजनीतिक जगहों पर उनकी मौजूदगी अभी भी बरकरार है। जब तक हमें आजादी व न्याय नहीं मिल जाता हम पीछे नही हटने वाले हैं। बता दें कि बीते कुछ दिनों से घाटी में विद्रोहियों का नेतृत्व कर रहे अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के देश छोड़कर भाग जाने की खबरें भी सुर्खियों में बनी हुई हैं। आमतौर पर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले सालेह ने अपनी मौजूदगी और अफगानिस्तान को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट ने उनके तजाकिस्तान में होने का दावा किया है ।
वहीं यदि तालिबान की बात की जाए तो वह देश में स्थिति को सामान्य बनाने की बात कर रहा है। काबुल से हवाई यात्राएं को फिर शुरु करते हुए बाकी देशों से संपर्क फिर बहाल करने का विचार रखा गया है। हालांकि , सोमवार को बनने वाली तालिबानी सरकार का गठन फिर से स्थगित हो गया है।