तालिबान ने बाल काटने और शेविंग करने पर भी लगाई रोक, शरिया का दिया हवाला
तालिबान ने आदमियों के बाल काटने और शेविंग करने पर लगाया प्रतिबंध, नियम का उल्लघंन करने पर कड़ी सज़ा के प्रावधान
अफगानिस्तान में अपने आप को फिर से स्थापित करने के बाद तालिबान ने दोबारा से शरिया क़ानून को प्रभावी करना शुरू कर दिया है। 'द फ्रंटियर' में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 'तालिबान ने बालों की स्टाइलिश कटिंग व शेविंग पर रोक लगा दी है। इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों ने हेलमंड़ प्रांत की राजधानी लश्कर शहर में सालोन संचालकों से बैठक की और उन्हें शेविंग व बालों की स्टाइलिश कटिंग न करने की सलाह दी'।
यही नहीं इंटरनेट पर वायरल हुए इस आदेश के अंतर्गत सैलून संचालकों को अपने पार्लर में संगीत चलाने से भी मना किया गया है। इस बात को भी पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया गया है की इस कानून के खिलाफ किसी को भी शिकायत करने की अनुमति नहीं है साथ ही जो भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन करता हुआ पाया जाएगा उसे सख्त से सख्त सज़ा दी जायेगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की, इस्लामी कानून यानी शरिया में मर्दों के बाल व दाढ़ी काटने को पाक नहीं समझा जाता है। इस निर्णय से न केवल अफगानिस्तान के सैलून संचालकों के मन में खौफ बैठ गया हैं बल्कि ग्राहक भी डरे हुए हैं। तालिबान ने शरिया कानून का हवाला देते हुए औरतों के ऑफिस में काम करने और अकेले बाहर निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने पिछले शासन के दौरान भी शरिया क़ानून लागू किया था जिसके अंतर्गत लड़कियों की पढाई-लिखाई से लेकर काम करने की आज़ादी तक छीन ली गई थी साथ ही बुरखा पहनना भी सभी महिलाओं के लिए अनिवार्य कर दिया गया था। जहां दुनिया भर के देश तालिबान की पुनर्स्थापना को लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बता रहे हैं, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान की पैरवी करते हुए देखा जा चुका है।
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