रोगों के विरुद्ध योग का रास्ता, मुफ्त योग सीखने के लिए तैयार दिल्ली
दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार योग और मेडिटेशन को जन आंदोलन बनाकर दिल्ली के घर- घर तक पहुंचाएगी।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली की योगशाला प्रोग्राम की शुरुआत की। दिल्ली की योगशाला की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार योग और मेडिटेशन को जन आंदोलन बनाकर दिल्ली के घर- घर तक पहुंचाएगी। जिसके लिए अलग-अलग जगह पर दिल्ली सरकार योग की क्लासेज शुरू करवाएगी। बता दें कि इस योजना के लिए 400 टीचर्स को प्रशिक्षित किया गया है।
केजरीवाल ने इस योजना के बारे में बताते हुए कहा, "पूरे देश मे यह अपने किस्म का पहला कार्यक्रम है , जिसके तहत सरकार लोगो को फ्री मे योग कराएगी। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में आदमी का शरीर मन और आत्मा स्वस्थ नहीं है। ऐसे में योग उनकी बड़ी मदद कर सकता है।"
ऐसे कर सकते हैं रजिस्टर
योगा सिखाने की पहल करने से पहले सरकार ने दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज और रिसर्च यूनिवर्सिटी के सहयोग से सरकार ने सेंटर फॉर मेडिटेशन एड योग साइंसेज (सीएमवाईएस) की स्थापना की थी। जिसके अंतर्गत डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए गए थे और 650 से अधिक विद्यार्थियों को नामांकित किया गया था। बता दें कि इन्हें योग प्रशिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षित और प्रमाणित किया गया है। दिल्ली में रहने वाले लोग सार्वजनिक पार्कों तथा आरडब्ल्यूए सामुदायिक भवनों में योग कर सकेंगे। बता दें कि शिक्षकों के अलावा सेंट्रल टीम में 5 लोग शामिल हैं। वहीं डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर टीम में 30 लोग तथा सब कोऑर्डिनेटर टीम में 100 लोग शामिल किए गए हैं। इस स्कीम के अंतर्गत 20 हजार लोगों को योग कराए जाने की योजना है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए वेबसाइट www.dilikiyogshala.com पर जाकर या मोबाइल नंबर 9013585858 पर मिस्ड कॉल इच्छुक लोग रजिस्टर कर सकते हैं।
योजना का उद्देश्य
कोविड-19 की इस मुश्किल घड़ी में योग का रास्ता बेहद आसान और स्वास्थ्य के लिए बेहद उच्चतम सुझाव है । यह कार्यक्रम समाज को एक अच्छे स्वभाव व स्वास्थ्य की राह की ओर अग्रसर करेगा, और समाज के सभी आयु वर्गो के लिए बेहतर स्वास्थ्य उपाय होगा , जो उन्हे शांति की राह दिखाएगा और बढ़ते मानसिक तनावों को दुर रखने मे सहायता करेगा। वहीं यह कार्यक्रम बच्चों में स्वास्थ्य के साथ-साथ अनुशासन को भी बनाने मे सहायता करेगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों में योग और ध्यान की मदद से सकारात्मक सोच पैदा करने का प्रयास करना रखा गया है।