एपेक्स विश्वविद्यालय में UNFPA चैटबॉट और कैम्पस एम्बेसडर का शुभारंभ
सिकोईडिकोन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में एपेक्स विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में AI-सक्षम चैटबॉट को प्रस्तुत किया गया, जिसे युवाओं के बीच स्वस्थ व्यवहार और सूचित निर्णय लेने को बढ़ावा देने के लिए एक संसाधन के रूप में डिजाइन किया गया है।
एपेक्स विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म विभाग ने यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकारों (SRHR) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के अभिनव चैटबॉट कार्यक्रम "जस्ट आस्क" (खुलके पूछो) को लांच करने की एक महत्वपूर्ण पहल की है। यह कार्यक्रम किशोरों और युवा वयस्कों को यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकार"(SRHR )और संबंधित सामाजिक मुद्दों पर सटीक, सुलभ और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है।
"संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष" (United Nations Population Fund)एक संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है जो दुनिया भर में विशेष रूप से विकासशील देशों में जनसंख्या, प्रजनन स्वास्थ्य, और महिला अधिकारों के मुद्दों पर काम करती है।
सिकोईडिकोन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में एपेक्स विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में AI-सक्षम चैटबॉट को प्रस्तुत किया गया, जिसे युवाओं के बीच स्वस्थ व्यवहार और सूचित निर्णय लेने को बढ़ावा देने के लिए एक संसाधन के रूप में डिजाइन किया गया है।
श्री मनीष सिंह, UNFPA के प्रतिनिधि, ने चैटबॉट के बारे में बताते हुए कहा कि, जिसे +91-8657024841 नंबर के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है, और यह युवा लोगों को महत्वपूर्ण SRHR जानकारी प्रदान करने के लिए सक्षम है। एक व्यापक प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन में बड़ी संख्या में छात्रों ने अपने मोबाइल फोन के माध्यम से चैटबॉट से संवाद किया।
इस सत्र का समापन एक क्विज प्रतियोगिता के साथ हुआ, जिसमें चैटबॉट की सामग्री पर आधारित प्रश्न पूछे गए। इस प्रतियोगिता के छह विजेताओं को कैम्पस एम्बेसडर के रूप में चुना गया। ये एम्बेसडर जागरूकता फैलाने और अपने साथियों को चैटबॉट का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे।
डॉ पारुल शर्मा ने राज्य में युवाओं के लिए लागू नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी देते हुए कहा कि राज्य की नई युवा नीति 12 जनवरी को घोषित की जायेगी। इसमें युवाओं के 18 समूहों को चिह्नित किया गया है।
यह कार्यक्रम एपेक्स विश्वविद्यालय के जनसंचार व पत्रकारिता के विभागाध्यक्ष की निदेशक श्रीमती गरिमा श्रीवास्तव द्वारा समन्वित किया गया, जिन्होंने छात्रों को इस AI-सक्षम चैटबॉट का उपयोग अपनी दैनिक जिंदगी में करने के लिए प्रेरित किया।
यह पहल विश्वविद्यालय के युवाओं की स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने और उनके यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में सूचित निर्णय लेने के प्रति प्रतिबद्धता की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस अवसर पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता में आदित्य शर्मा, कृतिका, नम्रता खुशबू, सौम्या को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।