Why Joshimath is Sinking: जोशीमठ में अपना घर छोड़कर जाने को क्यों मजबूर हैं लोग, जानिए क्या है मामला
Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र में भूमि धंसने के कारण मकानों में दरार पड़ने की बढ़ती संख्या को देखते हुए उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 16 जनवरी की तारीख तय की है। जानिए क्या है जोशीमठ का पूरा मामला ?
why is Joshimath sinking: विष्णु के अवतार माने जाने वाले कत्यूरी राजा द्वारा बसाए गए पहाड़ों में खूबसूरत शहर जोशीमठ की जो दयनीय दशा हुई है वो मानव और कुदरत के तालमेल के बिगड़ते स्वरूप का सबसे बड़ा उदाहरण है। जोशीमठ का नाम कभी कीर्तिपुर हुआ करता था जो कत्युरियों के साम्राज्य की राजधानी भी था, बाद में शंकराचार्य द्वारा वहां पर मठ की स्थापना के बाद उसे ज्योतिमठ के नाम से जाना जाने लगा जो बाद में बदलकर जोशीमठ हो गया।
चमोली जनपद में स्थित इस शहर के घर धंस रहें हैं। वैज्ञानिक और विशेषज्ञ बताते हैं कि जिस ढाल पर यह ऐतिहासिक नगर बसा हुआ है वह एक बेहद प्राचीन भूस्खलन के परिणामस्वरूप इकठ्ठा हुए मलबे के ढेर से बना है। इसका अर्थ यह हुआ कि इस नगर के घर जिस धरती पर बने हुए हैं उसके ठीक नीचे की सतह पर ठोस चट्टानें नहीं, रेत, मिट्टी और कंकड़-पत्थर भर है। ऐसी धरती बहुत अधिक बोझ बर्दाश्त नहीं कर पाती और धंसने लगती हैं।