Wrestlers Protest: साक्षी मलिक, संगीता और विनेश फोगाट को छोड़ा गया, बजरंग पुनिया अब भी पुलिस हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने 28 मई 2023 को जब विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट समेत अन्य पहलवान नए संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे तब उनको हिरासत में ले लिया. उनमें से महिला पहलवानों साक्षी मलिक, संगीता फोगाट और विनेश फोगाट को छोड़ दिया गया है जबकि बजरंग पुनिया अब भी पुलिस हिरासत में ही हैं.
Wrestlers Protest: साक्षी मलिक, संगीता और विनेश फोगाट को छोड़ा गया, बजरंग पुनिया अब भी पुलिस हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने 28 मई 2023 को जब विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट समेत अन्य पहलवान नए संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे तब उनको हिरासत में ले लिया. उनमें से महिला पहलवानों साक्षी मलिक, संगीता फोगाट और विनेश फोगाट को छोड़ दिया गया है जबकि बजरंग पुनिया अब भी पुलिस हिरासत में ही हैं. सभी पहलवानों को पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर रखा था. दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों की ओर से लगाए गए अस्थायी टेंट और अन्य सामानों को भी हटा दिया है.
बताया गया कि दिल्ली पुलिस पहलवानों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 147 जिसके तहत दंगा करना, 149 ग़ैर कानूनी तरीके से भीड़ इकट्ठा करना, 352 किसी व्यक्ति पर गंभीर तथा आकस्मिक उत्तेजना के बिना हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल करना, 353 लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला और 186 लोक सेवक की ड्यूटी में बाधा डालना के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज करेगी.
बता दें कि देश के ये शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
पहलवानों ने रविवार नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत बुलाई थी, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाज़त नहीं दी थी. ऐसे में नए संसद भवन से महज तीन किलोमीटर दूर जंतर-मंतर में अफरा तफरी मची रही. पुलिस ने पहलवानों को चेताया था कि वे संसद की तरफ़ नहीं जाएं, लेकिन वे आगे बढ़े जिसके बाद झड़प हुई. पहलवानों और पुलिस अधिकारियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगाट और साक्षी ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की. इसके बाद पहलवानों को ज़बर्दस्ती बसों में बैठाकर अलग-अलग स्थलों पर भेज दिया गया. पुलिस ने इसके बाद पहलवानों के अन्य सामान के साथ चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को हटा दिया.
साक्षी ने कहा हमारा धरना ख़त्म नहीं हुआ...
साक्षी मलिक ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमारा आंदोलन ख़त्म नहीं हुआ है. पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर-मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा.
नया देश मुबारक: विनेश फोगाट...
जब पुलिस विनेश और संगीता फोगाट को बस में बैठाकर ले जा रही थी, तब विनेश ने कहा कि ‘नया देश मुबारक हो.’ इसके अलावा देर रात उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए. क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है? सारी दुनिया देख रही है सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है.
एक नया इतिहास लिखा जा रहा है.
किसानों ने किया प्रदर्शन...
उत्तर प्रदेश को दिल्ली से जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों ने प्रदर्शन किया. हालांकि, किसानों ने इस प्रदर्शन को रविवार की शाम खत्म कर दिया. राकेश टिकैत ने कहा कि आज का प्रदर्शन खत्म हो गया है, अब कुछ दिनों मीटिंग करके आगे का फ़ैसला लिया जाएगा. पहलवानों के प्रदर्शन का समर्थन कर रहे किसान संगठनों ने इस लड़ाई को आगे ले जाने की बात कही है. इससे पहले किसान नेता का कहना था कि जब तक पहलवानों को रिहा नहीं किया जाएगा, ये प्रदर्शन जारी रहेगा.
विपक्षियों ने सरकार को घेरा...
विपक्षी दलों ने पहलवानों को हिरासत में लेने को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर जमकर हमला किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्विटर में लिखा कि नई संसद के उद्घाटन का हक राष्ट्रपति जी से छीना, सड़कों पर महिला खिलाड़ियों को तानाशाही बल से पीटा. बीजेपी-आरएसएस के सत्ताधीशों के 3 झूठ अब देश के सामने बे-पर्दा हैं. पहला- लोकतंत्र, दूसरा- राष्ट्रवाद, तीसरा- बेटी बचाओ. याद रहे मोदी जी, लोकतंत्र केवल इमारतों से नहीं, जनता की आवाज से चलता है. राहुल गांधी ने लिखा कि राज्याभिषेक पूरा हुआ- 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़. वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा कि खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं. उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है. बीजेपी सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है.
बजरंग पूनिया ने किया ट्वीट...
बजरंग पूनिया ने 28 मई 2023 की रात 9:04 बजे ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मुझे अब तक पुलिस ने अपने हिरासत में रखा हुआ है. कुछ बता नहीं रहे. क्या मैंने कोई जुर्म किया है ? कैद में तो बृजभूषण को होना चाहिये था. हमें क्यों कैद करके रखा गया है?’
नीरज चोपड़ा ने जताया दुख...
इस बीच, टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने साक्षी मलिक के एक वीडियो को रिट्वीट कर लिखा,‘यह देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है. इससे निपटने का एक बेहतर तरीका होना चाहिए.’ बता दें कि नीरज चोपड़ा पहले भी पहलवानों के धरने को अपना समर्थन दे चुके हैं.