Rajasthan News: स्कूल परिसर में मस्जिद: गंगापोल के सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स से शुक्रवार को प्रार्थना की जगह जबरन पढ़वाई जाती है नमाज़
स्कूल की हिन्दू स्टूडेंट्स का कहना है कि समारोह के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक बालमुकुंद महाराज ने कुछ ग़लत नही बोला। फिर भी दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा माहौल ख़राब किया जा रहा है।
गंगापोल के सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स से हर शुक्रवार को प्रार्थना की जगह नमाज पढ़वाने का मामला सामने आया है। जहां स्कूल परिसर में ही मस्जिद बनी हुई है। जहां हर गुरुवार व शुक्रवार को चादर चढ़ाई जाती है तथा इस दौरान माह के हर गुरुवार व शुक्रवार को स्कूल स्टूडेंट्स से नमाज़ पढ़ने के तरीके से हाथों को आगे फैलाकर स्कूल में प्रार्थना के समय नमाज़ अदा करवाई जाती है।
वहीं ये स्कूल निजी नहीं बल्कि राजस्थान के शिक्षा विभाग के तहत संचालित राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल,गंगापोल का मामला है। जहां, 26 जनवरी 2024 को स्थानीय विधायक आचार्य बालमुकन्दा मुख्य अतिथि बनकर गए थे लेकिन, 26 जनवरी के समारोह के बाद सोमवार को स्कूल की मुस्लिम स्टूडेंट्स ने नारेबाजी करते हुए सुभाष चौक थाने का घेराव कर लिया था। इन मुस्लिम स्टूडेंट्स का कहना था कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर स्थानीय विधायक बालमुकुंद स्कूल में आए और उन्होंने जय श्री राम के नारे लगवाए। वहीं, हिजाब पहने हुए मुस्लिम स्टूडेंट्स को भला बुरा कहा। जिसके बाद ये मुद्दा सोमवार को विधानसभा में भी गूंज उठा।
जबकि छात्राओं से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय विधायक बालमुकुंद ने इस संबंध में स्कूल प्रिंसिपल को ही कहा था कि स्कूल में दो तरह की ड्रेस में बच्चे कैसे हैं, जबकि स्कूल में तो सरकारी स्तर पर एक ही यूनिफॉर्म का संचालन होना तय है।
वहीं स्कूल की हिन्दू स्टूडेंट्स का कहना है कि समारोह के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक बालमुकुंद महाराज ने कुछ ग़लत नही बोला। फिर भी दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा माहौल ख़राब किया जा रहा है।
स्टूडेंट्स ने बताया कि विद्यालय परिसर के एक कोने में मस्जिद स्थित है। जहां हर गुरुवार व शुक्रवार को विशेष नमाज अदा होती है और चादर चढ़ाई जाती है। इस दौरान सुबह स्कूल संचालन के समय होने वाली प्रार्थना में भी सभी स्टूडेंट्स यानी कि हिंदू स्टूडेंट्स को भी नमाज अदा करने के तरीके से हाथों को आगे फैला कर रखने को कहा जाता है। वहीं, स्कूल में कार्यरत मुस्लिम स्टाफ और शिक्षिकाएं भी नमाज अदा करती हैं। इतना ही नहीं हिंदू स्टूडेंट का कहना है कि यदि हम नमाज़ के तरीके से हाथ फैला कर नहीं रखते तो हमें स्कूल परिसर से बाहर निकाल दिया जाता है।