777 charlie review : जानवर और इंसान के बीच के गहरे इमोशनल रिलेशन को समझाती है कहानी
फिल्म में मुख्य किरदार ऐक्टर रक्षित शेट्टी के साथ साथ संगीता श्रृंगेरी, राज बी शेट्टी, दानिश सैत, बॉबी सिन्हा जैसे कलाकार हैं। फिल्म के डायरेक्शन की बात करें तो फिल्म को डायरेक्टर किरणराज ने डायरेक्ट किया है।
जीवन के संघर्ष में बेजुबान जानवर और इंसान के रिश्तों पर इंडियन सिनेमा में कई फिल्में बनाई गई हैं। ‘दिल धड़कने दो’,तेरी मेहरबानियां’ , ’हाथी मेरा साथी’ जैसी फिल्मों में हम जानवर और इंसान के गहरे इमोशनल रिलेशन को समझ पाते हैं, जानवरों के मन की मासूमियत और प्यार से भरी इन कहानियों को भारतीय दर्शकों ने खूब प्यार दिया था। ऐसे ही जानवर और इंसान के इमोशनल और लाइफ के खट्टे - मीठे पहलुओं पर बनी खूबसूरत फिल्म ‘777 चार्ली’ आज सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है।
कास्ट एंड क्रू
फिल्म में मुख्य किरदार ऐक्टर रक्षित शेट्टी के साथ साथ संगीता श्रृंगेरी, राज बी शेट्टी, दानिश सैत, बॉबी सिन्हा जैसे कलाकार हैं। फिल्म के डायरेक्शन की बात करें तो फिल्म को डायरेक्टर किरणराज ने डायरेक्ट किया है। फिल्म को रक्षित शेट्टी और जी. एस. गुप्ता ने मिलकर प्रोड्यूस किया है।
777 charlie की कहानी
फिल्म 777 चार्ली की कहानी मुख्य किरदार धर्मा और कुत्ते चार्ली के बीच की इमोशनल जर्नी के इर्द - गिर्द घूमती है, जिसमे चार्ली की खुशियों को पूरा करना ही शर्मा का लाइफगोल बन जाता है। फिल्म में हीरो धर्मा की एक अपनी ट्रैजिक स्टोरी है, जिसके चलते उसकी लाइफ एक फैक्ट्री, बाइक, एक गंदे घर, बीयर, बढ़ी हुई दाढ़ी, इडली, सिगरेट तक ही सीमित रह जाती है और बस यही सब उसकी जिंदगी बन चुके है। धर्मा का लुक और बिहेवियर ‘कबीर सिंह’ की याद दिलाता है, जिससे उसके मोहल्ले के बच्चे भी डरते हैं। उसकी लाइफ में टर्निंग तब आती है जब एक दिन उसके घर पर एक लावारिस कुत्ता आ जाता है, जिसकी अपनी एक कहानी है। धर्मा की लाख कोशिशों के बाद भी वह कुत्ता वहां से नही जाता और फिर यही से शुरू होती है धर्मा और चार्ली की दिल छू लेने वाली खूबसूरत कहानी। धर्मा और चार्ली का यह सफर आपको कर्नाटक जैसे सुंदर शहर से हिमाचल प्रदेश की वादियों तक ले जाता है।
मूवी रिव्यू
‘777 चार्ली’ एक बहुत खूबसूरत फिल्म है, जो जानवर और इंसान के रिश्तों को लेकर कई सवाल खड़े करती है और दोनो के बीच काम हो रहे मानवीय एहसासों पर बड़ी सीख को बहुत खूबसूरती और सरल तरीके से दिखती है। फिल्म में दिखाए गए छोटे छोटे सीन आंखों की नमी को बरकरार रखने वाले है। कहानी का लव - हेट इमोशन फिल्म में दर्शकों की उत्सुकता को बनाए रखने और असल जीवन से रिलेट करने में पूरी तरह सफल दिखाई पड़ता है। चार्ली के आने से कैसे अकेले रहने वाले धर्मा की लाइफ में आए बदलाव उनके बीच के मानवीय एहसासों की और संकेत करते है, जिससे धर्मा सिगरेट को छोड़ता है और एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश में जुट जाता है, यह सब बदलाव समझते की कैसे वह बिना किसी भाषा या संकेत के अपने बीच प्यार भरा रिश्ता कायम कर पाते है, एक दूसरे को समझ पाते है, प्यार कर पाते है। जैसे ही इन दोनो के बीच ये प्यार भरा रिश्ता बनता है वैसे ही कहानी में आता है एक जबरदस्त यू - टर्न जो फिल्म ‘ 777 चार्ली’ को एक इमोशनल - एडवेंचरस सफर बना देता है।
फिल्म के मुख्य किरदार में धर्मा के रोल मे कन्नड़ एक्टर रक्षित शेट्टी का काम दिल लुभाने वाला है, फिल्म का हर सीन, डायलॉग, फ्रेम और इमोशन्स में उनकी मेहनत दिखाई पड़ती है। वहीं फिल्म में चार्ली का किरदार निभा रहा कुत्ता पूरी फिल्म में चार चांद लगाता नजर आता है, जिसके काम को देख आपको भी उससे प्यार हो जायेगा, इसके अलावा फिल्म संगीता श्रृंगेरी की एक्टिंग भी देखने लायक है।
फिल्म में दिखाए गए छोटे छोटे सीन आंखों की नमी को बरकरार रखने वाले है और इसके पीछे की वजह है, फिल्म का जबरदस्त डायरेक्शन और सिनेमेटोग्राफी को। डायरेक्टर किरणराज के और सिनेमेटोग्राफर अरविंद कश्यप का काम याद रहने लायक है, खासकर क्लाइमैक्स सीन में बर्फ से ढके हिमालय के सींस बहुत खूबसूरत है। इसके अलावा फिल्म के बैकग्राउंड सोंग्स की तो इमोशन और सींस के हिसाब से गाने भी सही लगते हैं।
कुल मिलाकर फिल्म के जरिए जानवर और इंसान के बीच के रिश्तों को खूबसूरत तरीके से दिखाने की सफल कोशिश की गई है, अगर आप कोई पेट - लवर नहीं हैं तो इस फिल्म की कहानी आपको एक पेट लवर बना सकती है।