Lalu Prasad Yadav Birthday: लालू का 75वां जन्मदिन आज, तेजप्रताप खोलेंगे पाठशाला जानिए कौन हैं लालू यादव का लकी चार्म ?
Lalu Prasad Yadav Birthday: लालू यादव 1990 से 1997 तक बिहार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान बिहार की सियासत में उनका दबदबा रहा। 2004 से 2009 तक केंद्र में रेल मंत्री भी रहे। लालू प्रसाद यादव ने अपनी राजनीति की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन से की थी।
बिहार की सियासत के जाने माने नेता लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज के फुलवरिया गांव में हुआ था। यानी आज उनका 75वां जन्मदिन है। 6 साल की उम्र में ही लालू यादव पटना आ गए थे। आईए जानते हैं उनके फर्श से अर्श तक के सफ़र के बारे में...
छात्र राजनीति से बढ़े आगे
पटना में ही उन्हें नेतागिरी रास आ गयी। वे छात्र राजनीति में सक्रिय रहने लगे और पटना यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट यूनियन के जनरल सेक्रेटरी बने। लालू यादव शादी के बाद पटना विश्वविद्यालय के अध्यक्ष बन गए।
जब लालू यादव को देखने आए लड़की वाले
जब लालू यादव को देखने उनके ससुराल वाले पहुंचे तो लालू यादव एक साधारण धोती और बनियान में उन लोगों के सामने आते हैं, ना कि सज धजकर। लड़की के पिता को लालू का वह रूप पसंद आता है और लालू यादव की शादी 1973 में 14 वर्षीय राबड़ी से हो जाती है।
लालू यादव की लकी चार्म
लालू यादव पत्नी राबड़ी देवी को अपना लकी चार्म मानते हैं और खुशी के मौके पर उन्हें लाल गुलाब देते हैं। शादी के 3 साल बाद 1976 में उनका गवना हुआ और बस अगले साल 1977 में लालू यादव मात्र 29 की उम्र में सांसद बन गए।
ऐसे राजनीति में चमके लालू
लालू यादव 1990 से 1997 तक बिहार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान बिहार की सियासत में उनका दबदबा रहा। 2004 से 2009 तक केंद्र में रेल मंत्री भी रहे। लालू प्रसाद यादव ने अपनी राजनीति की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन से की थी। यह वह दौर था जब जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का बिगुल फूंका था । जनता में इंदिरा सरकार के प्रति रोष था और छात्र सड़कों पर उतर चूके थे । वो कहते हैं ना कठिन परिस्थिति संवरने का मौका होती है। लालू यादव इस आंदोलन के बाद चमके और और आगे चलकर बिहार की सत्ता हासिल की।
चारा घोटाला
आरोप था कि लालू यादव ने पशुओं के चारे के नाम पर चाईबासा ट्रेज़री से 37.7 करोड़ रुपए निकाले थे। चारा घोटाले में उन्हें 3 अक्टूबर 2013 को सीबीआई जज ने 5 साल की कैद की सज़ा और 25 लाख रुपए जुर्माना का फैसला सुनाया। 2022 में डोरंडा कोषागार से जुड़े चारा घोटाले में 5 साल की सज़ा और 60 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया गया।
संसद की सदस्यता गंवाने वाले इतिहास के पहले सांसद बने लालू
सुप्रीम कोर्ट ने चारा घोटाले में दोषी सांसदों को संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने से बचने वाले प्रावधान को भी निरस्त कर दिया था। इसके बाद संसद की सदस्यता गवाने वाले लालू प्रसाद यादव भारतीय इतिहास में लोकसभा के पहले सांसद बन गए।
तेज प्रताप करेंगे जन्मदिन पर लालू पाठशाला की शुरुआत
लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव अपने पिता लालू यादव के जन्मदिन के अवसर पर लालू पाठशाला की शुरुआत करेंगे। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर जनशक्ति के पांच संकल्पों में से एक संकल्प शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लालू पाठशाला का शुभारंभ करने जा रहा हूँ ताकि भ्रष्ट सरकार शिक्षा में बाधा न बने।