बिजली संकट को देखते हुए अमित शाह ने कमान संभाली, कोयला और ऊर्जा मंत्रियों के साथ की बैठक
देश में कोयला संकट को देखते हुए केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह पहले ही मंत्रालय के अफसरों और प्राईवेट कंपनियों के साथ बैठक कर चुके हैं जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि देश में कोई बिजली संकट नहीं है और ना ही आगे किसी तरह का बिजली संकट आने दिया जाएगा।
देश में बिजली संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। सूत्रों की माने तो
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) कोयला आपूर्ति की हालत को सुधारने के लिए मंगलवार को एक समीक्षा बैठक करने वाले हैं, पूरे देश में बिजली संकट की बढ़ती चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह कदम उठाया है। वहीं केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह पहले ही मंत्रालय के अफसरों और प्राईवेट कंपनियों के साथ बैठक कर चुके हैं जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि देश में कोई बिजली संकट नहीं है और ना ही आगे किसी तरह का बिजली संकट आने दिया जाएगा। आरके सिंह ने कहा था कि कोयले के स्टॉक को लेकर उनकी बात कोयला मंत्री प्रह्ललाद जोशी से हुई है और हम लोग कोयला आपूर्ति बढ़ाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।
देश के तमाम राज्यों में बिजली संकट:
दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के अलावा देश के लगभग सभी राज्य अपने प्रदेश में बिजली संकट को लेकर केन्द्र सरकार को शिकायत कर चुके हैं। इन तमाम राज्यों ने कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India) से कोयला की आपूर्ति बढ़ाने की गुजारिश की है। वहीं महाराष्ट्र में भी कुछ दिनों से बिजली संकट पैदा हो गया है। महाराष्ट्र के 7 थर्मल पावर प्लांट की 13 यूनिटों में बिजली उत्पाद में काफी कमी आ गई है, जिसको लेकर महाराष्ट्र सरकार ने भी कोयला आपूर्ति बढ़ाने का आग्रह किया है।
दिल्ली में ब्लैक आउट का खतरा:
दूसरी तरफ दिल्ली सरकार के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दिल्ली में बिजली संकट अब भी कायम है। सत्येंद्र जैन ने कहा था कि यदि जल्द से जल्द दिल्ली में कोयले की आपूर्ति बढ़ाई नहीं गई तो दिल्ली में ब्लैक आउट जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन(एनटीपीसी) द्वारा दिल्ली में बिजली आपूर्ति बढ़ाई जाए।
ऊर्जा मंत्रालय ने खारिज की बिजली संकट की बात:
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि देश के कई राज्यों को भी बिजली संकट की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। जिसको साफ तौर पर ख़ारिज करते हुए ऊर्जा मंत्रालय ने एक फैक्ट शीट ट्विटर पर पोस्ट की है जिसमें दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों ने कहा है कि बिजली की कोई कमी नहीं है और ना ही किसी प्रकार की बिजली कटौती की जाएगी, क्योंकि जितनी बिजली की आवश्यकता होती है उतनी विद्युत आपूर्ति की गई है।
यह भी पढ़ें:कश्मीरी पंडितों पर फिर से आतंकी हमला, अपनी जान बचाने के लिए कई परिवारों ने किया पलायन