जन्मदिन विशेषः जानिए हम लोग ओर बुनियाद धारावाहिक के लेखक मनोहर श्याम जोशी
Manohar Shyam Joshi: मनोहर श्याम जोशी को भारत और विदेशो में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें मिले प्रमुख साहित्यिक सम्मानों में ‘मध्य प्रदेश साहित्य परिषद सम्मान’, ‘शिखर सम्मान’,‘शरद जोशी सम्मान’, ‘दिल्ली अकादमी अवार्ड’ प्रमुख हैं।
Manohar Shyam Joshi: आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक मनोहर श्याम जोशी का जन्म 9 अगस्त, 1933 को अजमेर में हुआ था। उन्होंने अपनी कलम से कई विधाओं की रचना की। वह गद्यकार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार, पत्रकार, दूरदर्शन धारावाहिक लेखक, जनवादी-विचारक, फ़िल्म पट-कथा लेखक, उच्च कोटि के संपादक, कुशल प्रवक्ता तथा स्तंभ-लेखक थे। उन्होंने स्नातक की शिक्षा विज्ञान में लखनऊ विश्वविद्यालय से हासिल की थी।
उनकी प्रमुख रचनाएं
मनोहर श्याम जोशी ने 'कुरु कुरु स्वाहा' सन् 1980 में लिखा और साहित्य जगत में खूब चर्चा पाई। हरिया हरक्यूलिस की हैरानी’ को इंडिया टुडे पत्रिका ने कई किस्तों में प्रकाशित किया और वह पाठको के बीच खूब लोकप्रिय हुआ। उनके अन्य प्रमुख उपन्यास क्याप', 'कसप', 'नेताजी कहिन' खूब लोकप्रिय और कालजयी रचनाएं हैं। उन्होंने कई सुंदर कहानियां भी लिखी हैं। मंदिर के घाट की पौड़ियां’ और ‘कैसे किस्सागोई’ उनके प्रमुख कहानी-संग्रह है।
पुरस्कार
मनोहर श्याम जोशी को भारत और विदेशो में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें मिले प्रमुख साहित्यिक सम्मानों में ‘मध्य प्रदेश साहित्य परिषद सम्मान’, ‘शिखर सम्मान’,‘शरद जोशी सम्मान’, ‘दिल्ली अकादमी अवार्ड’ प्रमुख हैं। उन्हे टेलीविजन क्षेत्र में लेखन के लिए ‘ऑनिडा’ और ‘अपट्रॉन’ अवार्ड भी मिले। ‘ट-टा प्रोफेसर’ के अंग्रेजी अनुवाद के लिए ब्रिटेन का प्रतिष्ठित ‘क्रासवर्ड पुरस्कार’ भी मिला।‘क्रासवर्ड पुरस्कार’ उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता को दर्शाता है। उनके उपन्यास क्याप के लिए उन्हें सन् 2005 में हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
घर-घर में पहुँचकर लोकप्रिय होने का सफर
जोशी टेलीविजन के लिए धारावाहिक लिखकर घर-घर लोकप्रिय हो गए। सन् 1982 मैं उनका चर्चित धारावाहिक ‘हम लोग’ का टेलीविजन पर सबसे पहला प्रसारण हुआ। विभाजन की कहानी को लेकर बना बुनियाद धारावाहिक को भी लोगों ने खूब पसंद किया। उनके अन्य धारावाहिक नाटक कक्का जी कहिन,मुंगेरी लाल के हसीन सपनें,हमराही,ज़मीन आसमान,गाथा आदि को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया। मनोहर श्याम जोशी का निधन 30 मार्च 2006 को नई दिल्ली में हुआ।