रेड वाइन का सीमित मात्रा में सेवन दे सकता है आपको फायदा
शराब को कभी अच्छा नहीं कहा जाता है लेकिन यदि कुछ बातों का ध्यान रखते हुए रेड वाइन का सेवन किया जाए तो वह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकती है। रेड वाइन में भरपूर मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट इसे विशेष गुण प्रदान करते हैं जो आपके लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकते हैं बशर्ते इसके सेवन की मात्रा सीमित हो।
यदि किसी वस्तु के सेवन की अति नहीं की जाए तो कुछ स्तरों पर वह मानव के शरीर के लिए लाभदायक भी हो सकती है। इसी प्रकार यदि शराब का सेवन भी सीमित मात्रा में किया जाए तो वह भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होती है। मॉडरेटर वाइन का यदि सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो वह भी व्यक्ति को लाभ पहुँचाती है।
शराब का सीमित मात्रा में सेवन इस प्रकार से लाभ देने वाला है कि भारी भोजन ग्रहण करने के पश्चात यदि शराब का सीमित सेवन किया जाए तो यह ग्लाइसेमिक स्पाइक्स में 37 प्रतिशत की कमी ला देती है जिससे मधुमेह, सूजन और हृदय रोग की संभावना को घटा देती है क्योंकि भोजन के बाद रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है।
एक शोध के द्वारा पता चला है कि व्हाइट वाइन में स्वास्थ्य के लिए कुछ अच्छे परिणाम सामने आए। 6 और 12 प्रतिशत अल्कोहल की तुलना रेड वाइन के साथ की गई। इसमें दोनों अल्कोहल की मात्रा और रेड वाइन के प्रभाव एक जैसे थे।
रेड वाइन और विशेषताएँ:
इसका निर्माण फरमेंटिड प्रकिया के द्वारा होता है। जिसमें अंगूर के गूदे और छिलके (ऊपरी चिकनी परत) को मिलाकर इसे बनाया जाता है। अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है और रेड वाइन की निर्माण प्रक्रिया के अनुसार रेड वाइन में यह भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट कई तरह से व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
एक शोध के अनुसार रेड वाइन का सेवन एक घण्टे की एक्सरसाइज़ के बराबर फायदा देता है।
रेड वाइन की विशेषताएँ:
- इसका रेस्वेराट्रोल एंटीऑक्सिडेंट दिल को स्वस्थ रखने में सहायता करता है।
- रेड वाइन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट बॉडी में व्याप्त ऑक्सीडेटिव तनाव को घटाने में सहायता प्रदान करता है।
- रेड वाइन में मौजूद तत्व रेजवेराट्रॉल प्लेटलेट्स द्वारा रक्त का थक्का जमने से रोकता है।
- यह कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखने में सहायता देता है। बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल की उपस्थिति को बनाए रखता है। जिससे हृदय को कम खतरा रहता है।
- इसका सेवन आंत को भी स्वस्थ रखता है। यह आंत में उपस्थित सूक्ष्मजीवों, जो आंत के लिए लाभदायक होते हैं, को बनाए रखता है जिससे पेट स्वस्थ रहता है।
- रेड वाइन का सेवन कैंसर की संभावना को कम करता है लेकिन इसके सेवन की मात्रा सीमित रहनी चाहिए।
- यह डिप्रेशन को भी कम कर सकती है।
- यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। यह झुर्रियों को कम करने में भी सहायक होती है।
उपर्युक्त सभी परिस्थितयों में रेड वाइन सीमित मात्रा तक ही फायदे दे सकती है। इसकी अति नुकसानदेह होगी।
इसके सेवन से पूर्व यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि यह कैसे नुकसानदायक हो सकती है।
- नियमित सेवन आपको इसका आदी बना देगा जो किसी भी तरह से अच्छा नहीं है।
- लिवर को भी नुकसान हो सकता है। लिवर में होने वाली बीमारियों को बढ़ावा।
- सीमित मात्रा में रेड वाइन का सेवन जहाँ डिप्रेशन को घटाता है वहीं अति इसकी संभावना बढ़ा देता है।
- जिन बीमारियों में सीमित मात्रा के सेवन के साथ यह फायदेमंद है वहीं इसकी अति उन्हीं बीमारियों की संभावना को बढ़ा देती है।
इसके अलावा व्हाइट वाइन का सेवन भी सीमित मात्रा में किया जा सकता है यह भी फायदेमंद होती है। यदि गुणात्मक स्तर पर इनकी तुलना की जाए तो रेड वाइन ज्यादा लाभदायक साबित हो सकती है। यह बात याद रखने योग्य है कि वाइट वाइन भी नुकसानदायक हो सकती है यदि आप उसकी भी अति करें।
यह भी पढ़ें: वजन बढ़ाने के कुछ सबसे आसान तरीके