World Kidney day 2022: जानलेवा हो सकती हैं किडनी की समस्या, इन बातों का खास ध्यान रखकर बचा सकते हैं अपनी किडनी
दुनिया भर में लगभग 700 मिलियन लोग क्रोनिक किडनी जैसी गंभीर बिमारियां से प्रभावित हैं, इसलिए किडनी को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए हल साल 10 मार्च को 'विश्व किडनी दिवस' मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को स्वस्थ बनाए रखने के लिए किन-किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
आजकल की दौड़ भाग की जिंदगी में लोग अपने शरीर और स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते, जिसका खामियाजा हमें बाद में भुगतना पड़ता है। शरीर को अन्दर और बाहर दोनों तरफ से स्वस्थ बनाए रखने के लिए हमें अपने शरीर के सभी अंगों का खास ख्याल रखना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हम सभी को शरीर के आन्तरिक अंग किडनी की सेहत का भी खास ख्याल रखने की आवश्यकता है, क्योंकि किडनी, अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थों को हमारे शरीर से बाहर निकालने का काम करती है। इसके अलावा शरीर की कोशिकाओं द्वारा उत्पादित एसिड को खत्म करने के साथ ही खून में पानी, नमक और खनिजों (सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम) के संतुलन को बनाए रखने में भी किडनी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
दुनिया भर में लगभग 700 मिलियन लोग क्रोनिक किडनी जैसी गंभीर बिमारियां से प्रभावित हैं। आंकड़ों के हिसाब से देखें तो पिछले कुछ सालों में किडनी से संबंधित कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से काफी बढ़ गया है। किडनी को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए हर साल 10 मार्च को 'विश्व किडनी दिवस' मनाया जाता है। आपकी छोटी सी छोटी लापरवाही आपके शरीर में किडनी स्टोन से लेकर किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ा सकती है। विश्व किडनी दिवस पर इस साल का थीम 'किडनी हेल्थ फॉर ऑल' है। तो आइए जानते हैं कि शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को स्वस्थ बनाए रखने के लिए किन-किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
अपने आहार पर दें विशेष ध्यान
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आहार का पौष्टिक और स्वस्थ होना बेहद आवश्यक माना जता है। किडनी विशेषज्ञों के अनुसार, इस अंग को गंभीर बीमारियों के ख़तरों से बचाने के लिए भोजन में साबुत अनाज, फलों और सब्जियों को शामिल करें और खानपान में नमक की मात्रा को भी कम रखें। आपकी किडनी ठीक तरह से काम करती रहे इसके लिए दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए।
बहुत अधिक नॉनवेज खाना न खाएं
नॉनवेज खाना खाने पर एनिमल प्रोटीन हमारे खून में एसिड की मात्रा को अधिक बढ़ा देता है जो किडनी के लिए काफी नुकसानदायक होता है, क्योंकि हमारे पेट में मौजूद एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिसे किडनी तेजी से खत्म नहीं कर पाती। जिसकी वजह से हमें एसिडोसिस की समस्या हो सकती है।
अधिक मात्रा में मीठा खाना भी न खाएं
बहुत अधिक मीठे व्यंजन या पकवानों को खानें से मोटापा बढ़ता है, जो शरीर में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। ये दोनों चीजें किडनी से सम्बंधित बीमारियों को बढ़ाने का काम करती हैं।
बहुत ज्यादा नमक के इस्तेमाल से बचें
ऐसा खाना जिनमें नमक अर्थात सोडियम की मात्रा अधिक होती है, वो आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करते हैं। कभी भी खाने में ऊपर से नमक नहीं डालना चाहिए, इसकी बजाय आप फ्लेवर्ड मसालों को खानें में मिला सकते हैं।
शराब से भी बना लें दूरी
शराब पीने से लिवर के साथ-साथ किडनी को भी गंभीर नुकसान पहुंचता हैं। किडनी के लिए खून में मिली शराब को फिल्टर करना काफी कठिन हो जाता है जिससे किडनी की सेहत पर सीधा असर पड़ता है। बहुत ज्यादा शराब पीने से आपका रक्तचाप बढ़ जाता है, जिससे किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए शराब या अल्कोहल से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
अच्छी और पूरी नींद लें
शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने के लिए रात की अच्छी नींद बेहद जरूरी होती है, जो आपके किडनी फंक्शन, स्लीपिंग साइकिल से नियंत्रित होता है।
पेन किलर दवाओं को कम खाएं
नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं यानी कि पेन किलर दवाएं आसानी से किसी भी मेडिकल की दुकान पर मिल जाती हैं। ये दवाएं कुछ समय के लिए दर्द से आराम दिलाती हैं, लेकिन यही दवाएं किडनी को नुकसान भी पहुंचाती हैं। खासकर ये दवाएं ऐसे व्यक्ति को ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं जिसे पहले से ही किडनी की बीमारी होती है, इसलिए इस तरह की दवाओं का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।
डायबिटीज से भी होती है किडनी को समस्या
किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए मधुमेह और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि मधुमेह (डायबिटीज) किडनी फेलियर के खतरे को बढ़ा देता है। इसके अलावा ब्लड शुगर का स्तर अधिक बढ़ जाने से किडनी में कीटोन्स का स्तर भी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से किडनी के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। इन सब के अलावा हाई ब्लड-प्रेशर हृदय रोग के साथ-साथ किडनी को भी नुकसान पहुंचाता है, इसलिए इन दोनों बिमारियों को नियंत्रित रखना चाहिए।
अधिक ओवर-द-काउंटर दवाइयों से भी बचें
बहुत ज्यादा मात्रा में दवाइयां खाने से भी किडनी की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लामेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) किडनी में रक्त के प्रवाह की मात्रा को कम करती हैं, जिससे ये किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए बहुत अधिक दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए।
पर्याप्त एक्टिविटी ना करना
ऑफिस या घरों में बहुत देर तक बैठने से भी किडनी की बीमारी बढ़ सकती है। सुस्त लाइफस्टाइल से आपकी किडनी पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए नियमित रूप से एक्टिव लाइफस्टाइल रखने से ब्लड प्रेशर सही रखता है और मेटाबॉलिज्म बेहतर रहता है।